कटिहार जिले में बिजली को लेकर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की पुलिस से झड़प हो गई। आक्रोशित लोग बिजली कार्यालय केंद्र में घुसकर पथराव करने लगे। इस बीच पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों को खदेड़ा गया। लोगों ने पथराव कर दिया। इस बीच पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फायरिंग की। पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए। कटिहार जिले के एसपी ने इसकी पुष्टि की है। फायरिंग में घायल हुए दो व्यक्तियों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल बारसोई में भर्ती कराया गया है। इस बीच डीएम और एसपी घटना स्थल के लिए रवाना हुए है।
इस बीच कटिहार में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हुई फायरिंग को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इस प्रकार की घटना की वह निंदा करते हैं। उन्होंने बताया कि इस घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार में अराजकता का माहौल है। अपने हक की आवाज उठाने वालों पर बिहार सरकार या तो लाठी से मारती है या गोली से मार रही है। पिछले कुछ दिनों में लगातार लोगों की जान जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री से इस्तीफा दे देना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में अब लाठी और गोली के बल पर राज्य सरकार शासन करना चाहती है। बारसोई की घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी राज्य सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में अब प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सरकार की पकड़ से बेलगाम हो चुके हैं। वहीं घटना के बाद माले विधायक महबूब आलम ने भी घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए राज्य सरकार से पीड़ित परिवार के परिजनों को 20-20 लाख रुपये की मुआवजा देने की मांग की है।
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