मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने वाली भीड़ का हिस्सा रहे दो लोगों को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, इस घटना को लेकर जहां विपक्षी दल सरकार से पीड़िताओं के लिए इंसाफ की मांग कर रहा है वहीं शुक्रवार (20 जुलाई) को मानसून सत्र शुरू हुआ तो सदन में सिर्फ मणिपुर मणिपुर ही गूंजा। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने तो चीख पड़े और चिल्ला कर सवाल किया कि पीएम मोदी कहां हैं?
मणिपुर, मणिपुर, मणिपुर कैसे कैसे पीएम हैं वो
दरअसल, ब्रायन ने नियम 267 का हवाला देते हुए सभी बिजनेस को सस्पेंड कर केवल मणिपुर पर चर्चा कराने की मांग की। टीएमसी सांसद ने कहा मणिपुर पर तुरंत चर्चा करने की जरूरत है। इतना ही नहीं इस दौरान ब्रायन ने चीखते हुए कहा, सबसे पहले इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. कोई और नियम कहां से आ जाएगा. पीएम मोदी को अपना मुंह खोलना होगा. मणिपुर, मणिपुर, मणिपुर कैसे पीएम हैं वो।
किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा
इससे पहले मणिपुर की घटना पर पीएम मोदी ने सदन के बाहर बयान देते हुए इसे शर्मनाक बताया। सदन के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, मेरा हृदय क्रोध और पीड़ा से भरा हुआ है. मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है. गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वो अपनी जगह है, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। पीएम मोदी ने आगे कहा, मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे माफ नहीं किया जा सकता है।
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