खरगोन। शादी के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी आम बात हो चुकी है।जिले सहित आसपास के जिलों में लुटेरी दुल्हन गैंग सक्रिय है जो आए दिन ठगी की वारदातें करती हैं।अब तक जिले में हुई घटनाओं में शादी के तुरंत बाद दुल्हन के द्वारा रुपये लेकर फरार होने के मामले सामने आए हैं, लेकिन सामेवार को कोतवाली थाने में एक अनोखा मामला सामने आया। जिसमें दूल्हा कोर्ट परिसर में बरात लेकर दुल्हन का इंतजार करता रहा और दुल्हन और उसके रिश्तेदार कुछ सामान खरीदकर लाने के नाम पर दूल्हे से एक लाख रुपये लेकर फरार हो गए। शिकायत लेकर दूल्हा कोतवाली थाने पहुंचा।
कोतवाली पहुंचे धामनोद थाना क्षेत्र के ग्राम ढोल निवासी रामेश्वर वानखेड़े ने पुलिस को बताया कि करीब चार दिन पहले बुधवार को उसका रिश्ता सेगांव जनपद के ग्राम सांगवी में मयाराम नामक व्यक्ति की बेटी से तय हुआ था।
स्वजन ने शादी के एवज में एक लाख 10 हजार रुपए की मांग की थी। रिश्ते के दौरान उन्होंने 10 हजार रुपये दे दिए और सोमवार को न्यायालय परिसर में रोटरी के जरिये शादी होना तय की थी।
इस दौरान उन्हें एक लाख रुपये देने की सहमति दी थी। खरगोन न्यायालय परिसर पहुंचने पर दुल्हन, उसका भाई सुरेश बाइक से आए। उन्होंने करीब दो घंटे हमारे साथ बिताए। न्यायालय में कागजी कार्रवाई पूरी होने से पहले उन्होंने कहा कि रुपये दे दो हम दुल्हन के लिए कुछ खरीदी करना चाहते हैं।
रुपये देकर साथ जाने का कहा तो बोले-हम सामान ले आएंगे
दूल्हे ने बताया रुपये देकर हमने उन लोगों को अपने साथ चलने को कहा तो उन्होंने कहा हम अभी आ जाएंगे, हम कुछ समझ पाते वह बाइक लेकर निकल चुके थे। देर तक जब वह नहीं लौटे तो मोबाइल पर संपर्क किया। किसी ने फोन अटैंड नहीं किया। इस पर हम समझ गए कि हमारे साथ ठगी हुई है। कोतवाली पहुंचे रामेश्वर के पिता कैलाश ने बताया कि उन्होंने बेटे की शादी के लिए अपना घर गिरवी रख ब्याज पर रुपए जुटाए थे।मामला पुलिस ने संज्ञान में लेकर जांच शुरू की है।
सनावद में पकड़ी जा चुकी है लुटेरी दूल्हन गैंग
कुछ माह पूर्व सनावद क्षेत्र में लुटेरी दूल्हन का मामला सामने आया था। यहां एक युवक के साथ गैंग के कुछ लोगों ने धोखाधड़ी की। शादी के बाद बहाना बनाकर दुल्हन रुपये लेकर फरार हो गई थी। पुलिस ने इस मामले को गंंभीरता से लेकर आरोपितों की गिरफ्तारी की और मामला खुलासा किया। जिसमें यह बात सामने आई कि दुल्हन और उसके रिश्तेदार सब नकली थी, नकली आधार कार्ड और अन्य कागजों के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।
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