विदिशा के सिरोंज में संक्रमण के बीच शादी के नाम पर घोटाला,CEO शोभित त्रिपाठी पर FIR
कोरोना काल में 5923 फर्जी शादियां, 30 करोड़ का भुगतान, अब सीईओ पर केस,27 साल के युवक की तीन बेटियों की शादी के नाम पर 51-51 हजार रु. दे दिए
भोपाल। कोरीना की पहली और दूसरी लहर में जब शादी समारोह पर पूरी तरह प्रतिबंध था, तब विदिशा जिले की रिसरोज जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने 5923 गरीब बच्चियों की शादियां करा दी। इसके लिए सरकारी खजाने से 30 करोड़ 18 लाख 39 हजार रुपए का फर्जी भुगतान भी कर दिया। एक मामले में 27 वर्षीय युवक की तीन बेटियों की शादी के नाम पर 51-51 हजार रुपए दे दिए गए। मामला जब खुला तो जांच आर्थिक अपराध प्रकोष्ट (ईओडब्ल्यू) के पास गई। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया तो सीईओ ि दो कंप्यूटर ऑपरेटर योगेंद्र शर्मा, जितेंद्र सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
ऐसे हुई एफआईआर सीएम की विदिशा कलेक्टर को फटकार के बाद केस
पिछले दिनों विधायक सीताशरण शर्मा ने मामला विधानसभा में उठाया था। उनके सवाल के जवाब में इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बीते दिनों हुई विभागीय समीक्षा बैठक में विदिशा कलेक्टर को फोन लगाकर पूछा था कि दोषियों पर क्या कार्रवाई हुई? इसके बाद बुधवार को कलेक्टर की जांच रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने केस दर्ज किया। सीईओ त्रिपाठी पहले ही निलंबित कर दिए गए हैं। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने प्रारंभिक जांच में त्रिपाठी को फर्जीवाड़े का दोषी बताया है। ईओडब्ल्यू ने जांच में पाया कि वर्ष 2019 से नवंबर 2021 के बीच त्रिपाठी ने विवाह सहायता योजना के तहत 5923 मामलों में कुल 30 करोड़ 18 लाख 39 हजार रुपए वितरित किए। इनमें से अधिकांश मामले बोगस है। जिनकी शादी नहीं हुई, उसके बैंक खातों में भी पैसा भेजा गया।