भोपाल। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ अफगानिस्तान और उसके आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है। राजस्थान में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात अभी भी मौजूद है। झारखंड से लेकर केरल तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अतिरिक्त उत्तर–पश्चिमी मध्य प्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बन गया है।
मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक अलग–अलग स्थानाें पर बनी चार मौसम प्रणालियाें के असर से प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलाें में आंशिक बादल छाए हुए हैं। देर शाम को भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के कुछ जिलों में बूंदा-बांदी हुई हालांकि बौछारें दर्ज नहीं की गई।
आगामी 24 घंटे में इसके असर से जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के कुछ स्थानों पर हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है। प्रदेश में मौसम के मिजाज में जो परिवर्तन आया है उसके असर से अगले दो दिनों तक बादल छाए रहेंगे। प्रदेश में रविवार को अधिकतम तापमान खजुराहो में 42.4 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि, अरब सागर से आ रही नमी के चलते बादल बने हुए लेकिन यह बादल मध्यम और उंचाई पर बने हैं, इसके असर से तापमान में गिरावट नहीं आ रही है। ऐसे में हो यह रहा है कि अप्रैल माह के दूसरे पखवाड़े लिहाज से बढ़त होनी चाहिए वह नहीं हो रही है। तापमान करीब-करीब स्थिर बने हुए है वहींं एक- दो डिग्री का ही बढ़त हो रही है।
हवाएं पश्चिमी, लेकिन गर्म नहीं
हवाएं उत्तर पश्चिमी हैं। हवाएं राजस्थान से आ रही है लेकिन वहां भी तापमान ऊंचा नहीं है, ऐसे में पश्चिमी हवाएं होने के बावजूद तापमान नहीं बढ़ रहा है। जबकि उड़ीसा, झारखंड में कई जगहों पर लू के हालात बन रहे हैं। वर्तमान में बनी मौसम प्रणालियों सहित इस पश्चिमी विक्षोभ के असर से अगले दो दिनों तक प्रदेश के अधिकतर स्थानों में बादल छाएं रहेंगे, इससे अधिकतम तापमान में लगातार हो रही बढ़त थमेगी।
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