आरोन में पीडीएस माफियाओं द्वारा पत्रकारों के साथ की गई मारपीट के खिलाफ पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा
गुना से अरविंद गौड़ की रिपोर्ट
जिले के आरोन कस्बे में पीडीएस माफियाओं द्वारा पत्रकारों के साथ की गई मारपीट के खिलाफ रविवार को लामबंद पत्रकारों द्वारा पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मारपीट करने वाले आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के साथ मामले में लापरवाही बतरने वाले आरोन थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की गई। इस मौके पर पूर्व में हुई पत्रकारों के साथ घटनाओं के मामले में सख्त कार्रवाई की भी मांग उठाई। जिसमें राजकुमार रजक के प्रकरण क्रमांक 1079/2019 में तत्कालीन विवेचक अवनीत शर्मा द्वारा बिना प्रार्थी के कथन लिए मामले में एक तरफा एफआर लगाने की शिकायत की। इसके अलावा राघौगढ़ के तेज सिंह यादव पर हुए हमले में भी कार्रवाई करने की मांग की गई।
एसपी को सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि विगत 13 अप्रैल को आरोन कस्बे के पत्रकार रोहित सक्सेना एवं सतीश मिश्रा के साथ डेढ़ दर्जन लोगों ने मारपीट की। दोनों पत्रकार पीडीएस राशन की कालाबाजारी की सूचना पर खबर की वस्तुस्थिति जानने मौके पर पहुंचे थे। यहां आरोपी वीरेन्द्र यादव, सोनू शर्मा, नीरज जैन, धर्मेन्द्र शर्मा सहित अन्य लोगों ने एक राय होकर लाठियों से बेरहमी से मारपीट की। इस दौरान दोनों को बंधक बनाकर पास के ही एक ढॉंबे पर ले गए। ज्ञापन में कहा गया कि मारपीट करने वाले आरोपी सरकारी राशन की हेराफेरी के कारोबार से जुड़े हैं। मारपीट के दौरान वह कह रहे थे कि आज इन्हें पत्रकारिता भुला देंगे, जिससे यह आगे कभी हमारे काम में दखल नहीं देंगे। आरोपियों द्वारा दोनों पत्रकारों को बंधक बनाकर वीडियो भी बनाया गया। ज्ञापन में पूरे मामले में आरोन निरीक्षक की भूमिका को भी संदिग्ध बताते कार्रवाई की मांग की। पत्रकारों के अनुसार थाना प्रभारी ने मामले को टालने की कोशिश की। बाद में आधी अधूरी धाराओं में मामला दर्ज किया गया। ज्ञापन में पत्रकारों के साथ मारपीट करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए धाराओं में वृद्धि करने की मांग की गई।