उदयपुरा रायसेन। संत के पास आने वालों को संत सत मार्ग पर लगाते हैं ,सुख-दुख की चाबी हमने दूसरों के हाथ में दे रखी है। इसलिए हमें बार-बार दुख सुख मिलते हैं, राग द्वेष के बिना व्यक्ति आनंदित रहता है योगी योग भ्रष्ट हो सकते हैं, लेकिन शरणागत भक्तों की रक्षा स्वयं भगवान करते हैं, धन की महत्वता नहीं है ,महत्त्व चरित्र का है, दुखी पर करुणा ,सबका भला चाहने वाला ,शांत स्वभाव, सहनशीलता वाले ही शिव को प्राप्त करते है,
गीता चिंतन पर व्याख्यान, धर्माधिकारी राजेंद्र प्रसाद, राम नरेश शास्त्री ,नर्मदा प्रसाद रामायणी, आशीष शास्त्री , योगेश पांडे , कैलाश दुबे एवं देवव्रत राजोरिया ने प्रस्तुत किए गीता ग्रंथ एवं शिव महापुराण मंगल दिव्य आरती में क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र पटेल,, समाजसेवी श्रवण पटेल, उमाशंकर राजपूत के साथ ही यूरो सर्जन डॉक्टर देवेंद्र धाकड़ द्वारा स्वामी जी को 51 गीता पोथी भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया