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अखिल भारतीय कालिदास समारोह 04 नवंबर को ::राज्यपाल मंगुभाई पटेल होंगे शामिल

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हेमेन्द्रनाथ तिवारी उज्जैन

मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के मुख्य आतिथ्य में अखिल भारतीय कालिदास समारोह-2022 का शुभारम्भ आगामी 4 नवम्बर को रात्रि 7 बजे कालिदास संस्कृत अकादमी के परिसर में होगा। कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि तुलसी पीठाधीश्वर पद्मविभूषण जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्यजी चित्रकूट होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्य प्रदेश शासन की संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर द्वारा की जायेगी। बतौर विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव और सांसद अनिल फिरोजिया कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इसके अतिरिक्त विधायक नागदा-खाचरौद दिलीपसिंह गुर्जर, विधायक महिदपुर बहादुरसिंह चौहान, विधायक तराना महेश परमार, विधायक घट्टिया रामलाल मालवीय, विधायक उज्जैन उत्तर पारस जैन, विधायक बड़नगर मुरली मोरवाल, महापौर मुकेश टटवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर कार्यक्रम में शामिल होंगे।


इस अवसर पर मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा पद्मभूषण बुधादित्य मुखर्जी कोलकाता, पद्मश्री डॉ.पुरू दाधिच इन्दौर, श्री वासुदेव कामथ मुम्बई एवं राजीव वर्मा भोपाल को शासन के प्रतिष्ठा अलंकरण राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से विभूषित किया जायेगा।
समारोह के शुभारम्भ के पूर्व 3 नवम्बर को मंगल घट स्थापना के उपलक्ष्य में प्रात: 10 बजे से कलश यात्रा निकाली जायेगी। यह यात्रा शिप्रा तट रामघाट से प्रारम्भ होकर कालिदास संस्कृत अकादमी पहुंचेगी। तीन नवम्बर को रात्रि 7 बजे पं.सूर्यनारायण व्यास संकुल सभागृह में नान्दी के अन्तर्गत डॉ.विवेक बंसोड़ उज्जैन द्वारा मंगल वाद्य वादन और पद्मश्री सुश्री मालिनी अवस्थी लखनऊ द्वारा गायन की प्रस्तुति की जायेगी। अखिल भारतीय कालिदास समारोह के दौरान सप्तदिवसीय सारस्वत एवं सांस्कृतिक आयोजन तथा चित्र एवं मूर्तिकला की राष्ट्रीय कालिदास प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। महाकवि कालिदास की विश्वविश्रुत कृति विक्रमोर्वशीयम से अनुप्राणित चित्र एवं मूर्ति कलाकृतियों की प्रदर्शनी प्रात: 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक कालिदास अकादमी में कलाप्रेमी दर्शकों के अवलोकनार्थ खुली रहेगी।

कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक अदिति कुमार त्रिपाठी के द्वारा जानकारी दी गई कि समारोह में 4 नवम्बर से 10 नवम्बर तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। चार नवम्बर को रात्रि 8 बजे पं.सूर्यनारायण व्यास संकुल सभागृह में संस्कृत नाटक मालविकाग्निमित्रम की प्रस्तुति नईदिल्ली के लोकेंद्र त्रिवेदी के निर्देशन में दी जायेगी। इसके अतिरिक्त कालिदास संस्कृत अकादमी एवं महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के द्वारा कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जायेगी।

पांच नवम्बर को भरत विशाला मंच कालिदास संस्कृत अकादमी में शाम 7 बजे से उज्जैन की सुश्री आयुर्धा शर्मा द्वारा शास्त्रीय नृत्य कथक और कोलकाता के पद्मभूषण बुधादित्य मुखर्जी द्वारा सितार पर शास्त्रीय वादन की प्रस्तुति दी जायेगी।

छह नवम्बर को भुवनेश्वर की गजेंद्र पंडा के निर्देशन में शास्त्रीय नृत्य ओडीसी की प्रस्तुति दी जायेगी। कोलकाता के पियाल भट्टाचार्य के निर्देशन में हिन्दी नाटक विक्रम संवतसर की प्रस्तुति दी जायेगी।
सात नवम्बर को उज्जैन के डॉ.हरिहरेश्वर पोद्दार के द्वारा शास्त्रीय नृत्य कथक की प्रस्तुति दी जायेगी। इसके पश्चात उज्जैन के विशाल कलंबकर के निर्देशन में मालवी नाटक मालवा कीर्ति गाथा की प्रस्तुति दी जायेगी।

आठ नवम्बर को उज्जैन की डॉ.खुशबू पांचाल के द्वारा शास्त्रीय नृत्य कथक की प्रस्तुति दी जायेगी। इसके पश्चात त्रिवेंद्रम की सुश्री मैथिल देविका द्वारा शास्त्रीय नृत्य मोहिनीअट्टम की एकल प्रस्तुति दी जायेगी।
नौ नवम्बर को उज्जैन की सुश्री आयुषी त्रिवेदी द्वारा शास्त्रीय नृत्य कथक की प्रस्तुति दी जायेगी। इसके पश्चात कोलकाता की सुश्री कौशिकी चतुर्वेदी द्वारा शास्त्रीय गायन किया जायेगा।

10 नवम्बर को उज्जैन की डॉ.वर्षा अग्रवाल के द्वारा संतुर वादन किया जायेगा। इसके पश्चात नईदिल्ली की सुश्री संध्या पुरेचा के निर्देशन में नृत्य नाटिका भरतनाट्यम शैली में ऋतु संहार की प्रस्तुति दी जायेगी।

अखिल भारतीय कालिदास समारोह के अन्तर्गत सारस्वत आयोजन भी किये जायेंगे। इनका आयोजन कालिदास संस्कृत अकादमी में अभिरंग नाट्यगृह में होगा। पांच नवम्बर को भारतीय संस्कृति की दीपशिखा कालिदास विषय पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी का प्रथम सत्र प्रात: 10 बजे से आयोजित किया जायेगा। इसके बाद दोपहर 2.30 बजे कालिदास समिति विक्रम विश्वविद्यालय के द्वारा राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के प्रथम सत्र का आयोजन किया जायेगा। इसके बाद शाम 5 बजे भारतीयता के पर्याय कालिदास पर आधारित पं.सूर्यनारायण व्यास व्याख्यानमाला का आयोजन किया जायेगा। इसमें शिमला से आये वक्ता पद्मश्री प्रो.अभिराज राजेंद्र मिश्र होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रयागराज के प्रो.रसबिहारी द्विवेदी करेंगे।

छह नवम्बर को भारतीय संस्कृति की दीपशिखा कालिदास पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का द्वितीय सत्र प्रात: 10 बजे से प्रारम्भ होगा। इसके पश्चात राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के द्वितीय सत्र का आयोजन दोपहर 2.30 बजे कालिदास समिति विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा किया जायेगा। इसके पश्चात शाम 5 बजे रघुवंश की पाठालोचना पर आधारित व्याख्यानमाला का आयोजन किया जायेगा। इसमें अहमदाबाद के वक्ता प्रो.वसंतकुमार भट्ट शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उज्जैन के प्रो.सीजी विजय कुमार मेनन करेंगे।

सात नवम्बर को प्रात: 10 बजे संस्कृत कवि समवाय: कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इसकी अध्यक्षता इन्दौर के प्रो.मिथिलाप्रसाद त्रिपाठी करेंगे। इसमें बतौर विशिष्ट अतिथि पुरी के डॉ.प्रफुल्ल कुमार मिश्र और वाराणसी के डॉ.भगवतशरण शुक्ल शामिल होंगे। इसके पश्चात दोपहर 2.30 बजे से राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का तृतीय सत्र प्रारम्भ होगा। इसके बाद कालिदास समिति विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विक्रम कालिदास पुरस्कार चयनित शोध पत्र का वाचन किया जायेगा। इसके पश्चात शाम 5 बजे महाकवि कालिदास व्याख्यानमाला के अन्तर्गत चित्रकला मर्मज्ञ कालिदास के नाटकों में व्यक्ति चित्र पर व्याख्यानमाला आयोजित की जायेगी। इसमें पुणे के वक्ता डॉ.पंकज भाम्बुरकर शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उदयपुर के डॉ.श्रीनिवासन अय्यर करेंगे।

आठ नवम्बर को प्रात: 10 बजे से राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का चतुर्थ सत्र प्रारम्भ होगा। इसके पश्चात दोपहर 2 बजे से अन्तरविश्वविद्यालयीन संस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन कालिदास समिति विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा किया जायेगा। इसके पश्चात शाम 5 बजे से कालिदास की भौगोलिक यात्रा पर व्याख्यानमाला आयोजित की जायेगी। इसमें नईदिल्ली के वक्ता प्रो.गिरीश पंत शामिल होंगे। इसकी अध्यक्षता उज्जैन के डॉ.केदारनाथ शुक्ल करेंगे।

नौ नवम्बर को प्रात: 10 बजे मालविकाग्निमित्रम से अपनी रूचि अनुसार चयनित श्लोक पर अन्तरमहाविद्यालयीन काव्यपाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। इसके पश्चात दोपहर 2 बजे महाकवि कालिदास की रचनाओं में राजवैभव का वर्णन पर आधारित अन्तरमहाविद्यालयीन हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन कालिदास समिति विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा किया जायेगा। इसके पश्चात शाम 5 बजे कालिदास व्याख्यानमाला के अन्तर्गत वैदिक संस्कृति एवं कालिदास पर व्याख्यानमाला आयोजित की जायेगी। इसमें कुरूक्षेत्र के वक्ता प्रो.राजेश्वर प्रसाद मिश्र शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उज्जैन के डॉ.मोहन गुप्त करेंगे।

10 नवम्बर को प्रात: 10 बजे कांकरोली के श्री छीतरमल जोशी के निर्देशन में राजस्थानी शैली में भोपा-भोपी चित्रांकन एवं गायन की प्रस्तुति दी जायेगी।

अखिल भारतीय कालिदास समारोह का समापन कार्यक्रम 10 नवम्बर को शाम 4 बजे कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके होंगी। कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि स्वामी रंगनाथाचार्यजी रामानुजकोट पीठाधीश्वर होंगे।

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