कई बार अवगत कराने के बाद भी समस्या जस की तस
रिपोर्ट देवेश पाण्डेय सिलवानी रायसेन
सिलवानी तहसील के ग्राम पंचायत चैनपुर की नदी में बरसात के समय 10,000 से अधिक आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र के लोग हो जाते हैं कैद चैनपुर में हाई स्कूल है स्कूल के शिक्षक एवं बच्चे भी आने को तरस रहे हैं नदी उतरने का करते हैं इंतजार कभी-कभी तो नदी के उस पार से ही वापस
जाना पड़ता है
तहसील मुख्यालय तक पहुंचने के लिए लोग तरसते दिखाई दे रहा है ग्राम चैनपुर में हाई स्कूल भी है जिसकी वजह से क्षेत्र के दर्जनों गांव के बच्चों का रोज का आना जाना भी रहता है बच्चे स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं इसी समस्या को देखते हुए पिछले चार-पांच साल से ग्रामीणों द्वारा कई बार क्षेत्रीय विधायक एवं तहसीलदार अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करा चुके हैं परंतु आज तक पुल का निर्माण नहीं कराया गया है।
आदिवासी क्षेत्र के 25 से 30 गांव का आना जाना रहता है लोग हो जाते हैं कैद पिछले कई वर्षों से मांग करते आ रहे हैं खमरिया चंद्रपुरा मार्ग पर डामरीकरण रोड का निर्माण किया गया था उस वक्त भी ग्रामीणों द्वारा रोड का काम रुकवा दिया था ग्रामीण को कहना था पहले पुल बनाओ इसके बाद आप रोड का काम करना परंतु ठेकेदार एवं शासन की मिलीभगत से काम को सुचारू रूप से चालू कर दिया गया था और ग्रामीणों को अवगत करा दिया गया था कि हम जल्द से जल्द इस पुल का निर्माण करेंगे परंतु अभी तक पुल का निर्माण नहीं किया गया है बरसात के समय आए दिन ग्रामीणों को होती है बड़ी समस्या ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल हर दिन होती हैं दुर्घटना है शासन प्रशासन मोन जान जोखिम में डालकर निकलना पड़ता है।
आदिवासी आंचल प्रतापगढ़ क्षेत्र के 10,000 से अधिक आबादी वाले ग्रामीण प्रतिदिन इसी पुलिया पे से गुजरना पड़ता है आए दिन नदिया के पार करते जान जोखिम में डालकर पार करना पड़ता है पिछले साल भी कई दुर्घटना हुई थी कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है जिम्मेदार अधिकारी शासन प्रशासन मौन कब तक होगी क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्या का समाधान ये सबसे बड़ा सवाल?