Let’s travel together.
nagar parisad bareli

गोबर से बनी राखियों से महकेगा रक्षा बंधन का पावन पर्व

0 225

धरसीवा के सेरीखेड़ी में बिहान की दीदीयों ने तैयार की राखियां

किफायती दाम पर उपलब्ध हुई डिजाइनर राखियां

     सुरेन्द्र जैन धरसीवा

“पशुधन बचाओ मांस निर्यात बन्द करो”गाय बचाओ देश बचाओ इस युग के महावीर परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्यश्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज का यह शुभ सन्देश लंबे समय से चल चल रहा है ओर जैन समाज गौधन पशुधन की रक्षा करने दयोदय महासंघ एवं अर्हम जीव दया संघ के माध्यम से गौशालाएं व विभिन्न योजनाएं भी चला रहे हैं लेकिन सरकारी स्तर पर भारतवर्ष ही नहीं अपितु दुनियाभर में यदि कोई सरकार सरकारी स्तर पर पशुधन व गौधन की रक्षा के लिए काम कर रही है तो वह है छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार जी हां भूपेश सरकार की गौधन न्याय योजना से ग्रामीण आत्मनिर्भर भी बन रहे है और अब गोबर से राखियों का निर्माण भी बिहान की दीदीयों द्वारा किया गया है धरसीवा के सेरीखेड़ी में निर्मित गोबर से बनी किफायती दामो की राखियों से इस बार रक्षा बंधन का पावन पर्व महकेगा।

विकासखंड धरसीवां अंतर्गत ग्राम पंचायत सेरीखेड़ी में बिहान योजना के तहत आजीविका केन्द्र के रूप में स्थापित कल्पतरू       मल्टीयूटिलिटी सेंटर में बिहान समूह से जुड़ी दीदीयां आने वाले रक्षाबंधन त्यौहार के लिए भाईयों के कलाई में सजने वाली आकर्षक सुंदर राखियां का निर्माण कर रही हैं। जिसमें  पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती हुई बीज की राखियां, गौ उत्पाद का महत्व बताती गोबर से बनी राखियां, धान की बालियों एवं बांस से बनी राखियां व नौनिहालों के लिए मनोरंजक व डिजाईनर राखियों की सम्पूर्ण श्रृंखला किफायती दर पर उपलब्ध है।

 

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बिहान समूह की दीदीयां पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए स्नेह के इस पर्व पर बहनों की सुरक्षा का संकल्प दोहरा रही है तथा समाज को जागरूक भी कर रही है। स्व सहायता समूह की दीदीयों ने बताया कि पिछले दो वर्षों से रक्षाबंधन पर्व के पूर्व उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के आकर्षक राखियों का निर्माण किया जा रहा है। उनके द्वारा बनाई गई राखियां जब भाइयों के कलाइयों में बंधती है तो उन्हें बहुत सुकून मिलता है।

बाजार की मांग एवं स्थानीय जरूरतों के हिसाब से राखियां बनाई जाती हैं। समूह की सभी दीदियों को इस पर्व में अच्छी आमदनी भी हो जाती है। उन्होंने बताया कि समूह की दीदियों का कौशल विकास तो होता ही है साथ ही एक निश्चित आय अर्जित होने से आर्थिक संबलता होती है। भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाए जाने वाले रक्षाबंधन के त्यौहार में अपनी सहभागिता सुनिश्चित होने पर स्व सहायता समूह की दीदियों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि समय-समय पर उन्हें प्रशासन से भी मदद मिल जाती है। उन्होंने बताया कि धान, चावल, गेहूं, गोबर, बांस और कौड़ी आदि से राखियां बनाई जा रही हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

तलवार सहित माइकल मसीह नामक आरोपी गिरफ्तार     |     किराना दुकान की दीवार तोड़कर ढाई लाख का सामान ले उड़े चोर     |     गला रेतकर युवक की हत्या, ग़ैरतगंज सिलवानी मार्ग पर भंवरगढ़ तिराहे की घटना     |     गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों से गूंज उठा नगर     |     नूरगंज पुलिस की बड़ी करवाई,10 मोटरसाइकिल सहित 13 जुआरियों को किया गिरफ्तार     |     सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर एसडीओपी शीला सुराणा ने संभाला मोर्चा     |     सरसी आइलैंड रिजॉर्ट (ब्यौहारी) में सुविधाओं को विस्तारित किया जाए- उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल     |     8 सितम्बर को ‘‘ब्रह्मरत्न’’ सम्मान पर विशेष राजेन्द्र शुक्ल: विंध्य के कायांतरण के पटकथाकार-डॉ. चन्द्रिका प्रसाद चंन्द्र     |     कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के छात्र कृषि विज्ञान केंद्र पर रहकर सीखेंगे खेती किसानी के गुण     |     अवैध रूप से शराब बिक्री करने वाला आरोपी कुणाल गिरफ्तार     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811