देवेंद्र तिवारी सांची रायसेन
जनपद पंचायत सभागार मे हुए जनपद पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष का चुनाव सम्पन्न । भाजपा की अंदरूनी साफ दिखाई दी इसमें भाजपा के नेताओं की आपस में ही हुई जीत हार । भाजपा की ही अध्यक्ष पद पर एक बोट से जीत दर्ज की तो हारने वाली उम्मीदवार भी भाजपा की एक बोट से हारी यही हाल उपाध्यक्ष चुनाव में देखने को मिला । जीते प्रत्याशी एक बोट से जीते तो हारे प्रत्याशी को एक बोट से हारना पड़ा इस प्रकार जनपद पंचायत में अध्यक्ष उपाध्यक्ष का चुनाव संपन्न हो गया। जीते गुट में जश्न तो हारे गुट को उदासी झेलनी पड़ी।
जानकारी के अनुसार सांची जनपद पंचायत में अध्यक्ष उपाध्यक्ष का चुनाव संपन्न हो गया । इसमें जीत हार भाजपा के अंदर दिखाई दी । भाजपा के दो गुट आमने सामने रहे । बताया जाता है कि एक गुट भाजपा नेता प्रदीप दीक्षित उन्होंने अपने समर्थक अध्यक्ष पद के लिए श्रीमती अर्चना सुनील पोर्ते को खड़ा किया था तो दूसरी ओर भाजपा के दूसरे गुट ने क्षमा बाई रामस्वरूप पार्टी की तरफ से तय माना जा रहा था खड़ी हुई । मतदान के दौरान श्रीमती अर्चना सुनील 13 बोट मिले जबकि उनके विपक्ष में खडी क्षमा बाई को 12 बोट मिले इस स्थिति में श्रीमती पोर्ते की एक बोट से जीत दर्ज की गई तथा क्षमा बाई को एक बोट से हार का मुंह देखना पड़ा ।
इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद पर भी घमासान दिखाई दिया इसमें भी उपाध्यक्ष पद पर जयंती बाई चौकसे गंगा राम चौकसे को 13 बोट मिले जबकि उनके सामने खड़ी हुई मुन्नी बाई प्रेमसिंह को 12 बोट में संतोष करना पड़ा तब श्रीमती चौकसे एक बोट से विजई घोषित की गई जबकि उनके सामने खड़ी मुन्नी बाई को एक बोट से हार का मुंह देखना पड़ा । इस प्रकार इस जनपद पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव एक ही पार्टी के बीच संपन्न हो गया । बताया जाता है अध्यक्ष पद पर निर्वाचित श्रीमती अर्चना जप अंतर्गत नांद ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम आमोदा गांव की निवासी है इनके पति के पास मात्र डेढ़ एकड़ भूमि है जिससे यह गुजारा करती हैं इनका व इनके पति का दूर दूर तक राजनीति से कोई सरोकार नहीं रहा परन्तु विधाता ने इन्हें पहली बार चुनाव लडने के साथ जीत दर्ज कराई तथा भाजपा के बजनदार गुट के प्रत्याशी को हराकर जीत दर्ज करते हुए जनपद पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच गई ।यह चर्चा भी जोरों पर चल रही है । परन्तु इस अध्यक्ष उपाध्यक्ष के चुनाव में चुनाव अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जबकि अधिकारियों के साथ आए मीडिया कर्मी मतगणना स्थल पर उपस्थित रहे ।