मुकेश जैन”ढाना”सागर
सागर ।भारतवर्ष में जैन साधुओं और आर्यिका माताजी के संघों के कलश स्थापना समारोह 12 जुलाई से प्रारंभ हो गए हैं। 17 जुलाई रविवार को आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी सहित उनके संघस्थ बड़े मुनि महाराजो के ससंघ कलश स्थापना समारोह आयोजित किये गये है। सभी स्थानों पर देशभर से लोग चातुर्मास स्थल पर पहुंचेंगे।
मुनिसेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि दिगंबर मानसरोवर के सबसे बड़े आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का ससंघ कलश स्थापना समारोह महाराष्ट्र के वाशिम जिले के सिरपुर स्थित प्रसिद्ध जैन तीर्थक्षेत्र अंतरिक्ष पारसनाथ मैं दोपहर 1:30 बजे से आयोजित किया गया है। यहां पर आचार्य संघ का प्रवेश 9 जुलाई को हुआ था इस स्थान पर मूलनायक चिंतामणि पारसनाथ हैं उनकी प्रतिमा जी वेदी से कुछ मिली मीटर ऊपर हवा में है। लेकिन यहां पर कई दशकों से दिगंबर जैन समाज और श्वेतांबर जैन समाज के बीच मंदिर के आधिपत्य को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है आचार्य भगवन श्री विद्यासागर महाराज की नजर में यह क्षेत्र 1993 से है जब भाग्योदय तीर्थ सागर में पहला पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव हुआ था उस समय गजरथ महोत्सव के बाद जो राशि शेष बची थी उसका उपयोग अंतरिक्ष पारसनाथ तीर्थ क्षेत्र स्थित निकलंक निकेतन के निर्माण में हुआ था। उसी समय दिगंबर जैन युवक सभा का गठन भी किया गया था जिसके 20 हजार से अधिक सदस्य महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों में है और उसके बाद से अनेक साधु संघ उस क्षेत्र में प्रवासरत रहे हैं आचार्य विद्यासागर महाराज ने 2022 का वर्षायोग चातुर्मास यही करने का मानस बनाया था और 48 दिन में रहली से अंतरिक्ष पारसनाथ की 575 किलोमीटर की लंबी पैदल यात्रा को पूर्ण किया था और उम्मीद की जा रही है कि आचार्य भगवान के आशीर्वाद से दशकों पुराना यह विवाद अब सुलझ जाएगा मंदिर के बंद दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे और इस तीर्थ क्षेत्र को एक नई पहचान मिलने की संभावनाएं हैं।
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के ज्येष्ठ श्रेष्ठ निर्यापक मुनि श्री समयसागर महाराज का 22 पिछिकाओं के साथ चातुर्मास हेतु बंडा जिला सागर में 17 जुलाई को कलश स्थापना समारोह आयोजित किया गया है।
निर्यापक मुनि श्री योगसागर महाराज का वर्षायोग चातुर्मास 10 पिछिकाओं के साथ नागपुर में हो रहा है। निर्यापक मुनि श्री नियमसागर महाराज का 6 पिछिकाओ के साथ वर्षायोग चतुर्मास देवताल कर्नाटक में हो रहा है। निर्यापक मुनि पुगंव सुधासागर महाराज का वर्षायोग चातुर्मास ललितपुर में हो रहा है। ललितपुर में कलश स्थापना समारोह 16 जुलाई को सुबह 8 बजे से क्षेत्रपाल मंदिर में है। जबकि मुनि श्री प्रमाणसागर महाराज का वर्षायोग चातुर्मास प्रसिद्ध जैन तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखरजी स्थित गुणायतन तीर्थ क्षेत्र पर हो रहा है। पाठशाला प्रेरक मुनि श्री 108 निर्णयसागर जी महाराज पूज्य क्षुल्लक 105 नैगम सागर जी महाराज चातुर्मास कलश स्थापना का कार्यक्रम 17 जुलाई रविवार को बालाघाट में सम्पन्न होगा
प्रसिद्ध जैन तीर्थक्षेत्र टिकटोली, जौरा जिला मुरैना में मुनि श्री अजितसागर महाराज का ससंघ वर्षायोग चातुर्मास कलश स्थापना समारोह 17 जुलाई को दोपहर में आयोजित किया गया है।
17 जुलाई को ही बीना जिला सागर में मुनि श्री आगमसागर महाराज का ससंघ वर्षायोग चातुर्मास कलश स्थापना समारोह आयोजित किया गया है।
खजुराहो जिला छतरपुर में नवनिर्मित हो रहे जिनालय मैं मुनि श्री विनम्रसागर महाराज का ससंघ वर्षा योग चातुर्मास कलश स्थापना समारोह 24 जुलाई को आयोजित किया गया है।
स्वर कोकिला आर्यिका पूर्णमति माताजी का वर्षायोग चातुर्मास छत्रपतिनगर इंदौर में हो रहा है। यहां पर भी 17 जुलाई को कलश स्थापना समारोह होगा। आर्यिका उपशांतमति माताजी का कलश स्थापना समारोह 18 जुलाई को बाकल जिला कटनी में हो रहा है।