कहानी नल जल योजना की:: सुबह से लेकर शाम तक पानी भरने में ही समय गुजर जाता है अन्य काम होते हैं प्रभावित
पी एच ई के अधिकारी नही करते मॉनिटरिग,ठेकेदार हुए निरंकुश
मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
दीवानगंज के पास स्थित बालमपुर में दिसंबर के महीने में पानी की समस्या से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। बालमपुर के रहवासी 1 किलोमीटर दूर जाकर पानी लाने को मजबूर हो रहे हैं। जबकि बालमपुर में नल जल नल जल योजना के तहत डेढ़ साल पहले पाइप लाइन बिछा दी गई थी। इसके बाद ठेकेदार ने इस इस तरफ मुड़ के नहीं देखा। शासन द्वारा चलाई जाने वाली जनहित योजनाओं में ठेकेदारों की कार्य में लापरवाही ग्रामीण जनों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है। बालमपुर गांव में दो हैंडपंप है उनमें भी पानी बहुत काम आता है हैंड पंपों पर सुबह से लेकर शाम तक भीड़ लगी रहती है। कई बार पानी भरने को लेकर हैंड पंप पर लड़ाई भी हो चुकी है। एक हैंड पंप में तो इतना कम पानी है कि दो बर्तन भरने के बाद कुछ देर तक रुकना पड़ता है तब उसमें पानी इकट्ठा होता है तो दूसरे बर्तन भर पाते हैं। बालमपुर में रहने वाले कई ग्रामीण पानी के लिए पूरे दिन इधर-उधर भटकते फिरते हैं। तब जाकर पानी की व्यवस्था हो पाती है।
ग्रामीणों का कहना है कि हमें पूरे साल पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। कई ग्रामीण तो पैसा देकर दूसरे के ट्यूबवेल से पानी भरने को मजबूर है। अगर ठेकेदार समय रहते पाइप लाइन डालकर पानी की व्यवस्था कर देता तो हम लोगों को इतना परेशान नहीं होना पड़ता। सबसे ज्यादा परेशानी अप्रैल में जून के महीने में होती है उस समय एक बर्तन पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ता है तब जाकर पानी की व्यवस्था होती है।
कई ग्रामीण तो 1 किलोमीटर दूर भोपाल विदिशा हाईवे पर स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर में बने कुएं में से पानी भरकर अपना काम चलाते हैं। कुएं में से पानी खींचकर लाने ले जाने में पूरा दिन गुजर जाता है हम काम भी नहीं कर पा रहे हैं। ठेकेदार को शीघ्र से शीघ्र पाइपलाइन डालकर घर-घर पानी पहुंचाना चाहिए ताकि हम लोगों को सुविधा मिल सके।