कटे बाँसों की हुई जप्ती
यशवन्त सराठे बरेली रायसेन
विल्डरो द्वारा नगर के चहुं ओर कालोनियों का धड़ल्ले से निर्माण कार्य किया जा रहा है। ऐसा ही मामला पिपरिया रोड पर नगर का प्रसिद्ध वगीचा नाहर गार्डन का चर्चा का विषय वना हुआ है।
नगर के जाने-माने उद्योगपति नाहर जी के द्वारा लगभग 21एकड़ भूमि विक्रय की गयी थी ,उस पर कालोनाइजर वेदांत माहेश्वरी के द्वारा कालोनी निर्माण हेतु हरे-भरे वृक्षों को कटवा कर समतल किया जा रहा है।
आपको लगता दे कि नाहरगार्डन के संतरा ,नीवू,आम, एवं अन्य फलों के लिए प्रसिद्ध रहा है यहां के रहवासी स्वास्थ्य लाभ हेतु शुद्ध हवा के लिए सुवह शाम शेर सपाटे के लिये जाते हैं।यदि यहां की हरे-भरे वृक्ष कट जायेंगे तो नगर का वातावरण प्रदूषित होने लगेगा।इन सब बातों को नजर अंदाज कर रूपयों के लालच में सैकड़ों वृक्षों की वलिचढ़ा दी गयी।जबकि नगरपरिषद के अधिकारी कर्मचारी की आंखों के सामने यह सब होता रहा पर कोई भी इन हरे-भरे वृक्षों की सुरक्षा के लिए आगे नहीं आया।
कुछ आम के विशाल वृक्ष शेष है जिन्हें काटने की अनुमति चाही गयी है वनविभाग द्वारा प्रत्येक वृक्ष पर नम्बर डाल दिये गये है।
हद हो गयी तब जब सीएमओ हरिशंकर वर्मा जी ने कहा कि विना अनुमति के वृक्ष कटवायें गये है यदि ऐसा था तो नोटिस देकर रोका क्यों नहीं गया।जब मीडिया के द्वारा इसे संज्ञान में लिया गया तब जाकर प्रशासनिक अधिकारी तहसीलदार रामजी लाल वर्मा मौके पर पहुंचे और सैकड़ों कटे वासों की जब्ती वना कर नगरपरिषद को सौंप दिये गये।