देवेन्द्र तिवारी सांंची,रायसेन
सीएमराइज स्कूल के नवीन निर्माणाधीन भवन निर्माण ऐजेंसी निर्माण में लगातार लापरवाही बरतने मे पीछे नहीं दिखाई देती ।परिसर में खुदाई करते पाइप लाइन फूटी तो उसका पानी सडक पर बहा दिया जिससे सडक पर दलदल मच गया जिससे वाहनों को खासी मशक्कत करनी पड रही हैं ।
जानकारी के अनुसार नगर के सीएमराइज स्कूल के नवीन भवन निर्माण करोड़ों रुपये की लागत से किया जा रहा है इस निर्माण में निर्माण ऐजेंसी लगातार लापरवाही बरतती दिखाई दे रही है हालांकि पुराने स्कूल भवन से सटे हुए क्षेत्र से ही नवीन भवन का निर्माण कार्य चल रहा है बताया जाता है पुराने स्कूल भवन में छात्र छात्राओं का शिक्षा सत्र जारी है स्कूल भवन में जगह जगह निर्माण सामग्री पडी दिखाई देती हैं पूर्व में भी निर्माण ऐजेंसी द्वारा मशीन से खुदाई करते समय पुराने स्कूल भवन जिसमें छात्र छात्रा शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं उसकी दीवार मे दरार पड़ चुकी थी परन्तु निर्माण ऐजेंसी आंख बंद कर अपने निर्माण में लीन रहते हुए लापरवाही बरतने मे पीछे नहीं दिखाई दे रही हैं इसका एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया जब परिसर में मशीन से खुदाई करते हुए पाइप लाइन फूट गई तब उसमे से पानी बह निकला तब पानी हटाने के लिए ऐजेंसी द्वारा पाइप से सडक पर पानी बहा दिया जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग के सर्विस रोड पर पानी भर गया तथा पूर्व में इस सडक को खोदकर वाटर प्लांट निर्माण ऐजेंसी द्वारा अपनी पाइप लाइन बिछाकर मिट्टी की पुराई कर छोड़ दी गई थी जिससे सडक बारिश में दलदली हो उठी थी तथा इस सडक पर चलना दूभर हो गया था जैसे तैसे बारिश गुजरने के बाद मिट्टी सूखी तब लोगो को राहत मिली थी कि अब स्कूल निर्माण ऐजेंसी द्वारा लापरवाही बरतते हुए एक बार फिर पाइप लाइन फूटने से पानी सडक पर छोड़ दिया गया जिससे सडक पर दलदल हो उठी इस सर्विस रोड पर ही स्कूल बसे अपना डेरा जमाए रहती हैं जिससे इस सर्विस रोड पर चलना मुश्किल हो जाता है अब इस सडक पर निर्माण ऐजेंसी द्वारा पानी बहाने से दलदल हो उठी इस दलदल से छोटे वाहनों को चलने मैं खासी मशक्कत करनी पड रही हैं एक ओर स्कूल बसों का कब्जा दूसरी ओर दलदल हो चुकी हैं परन्तु इस लापरवाह निर्माण ऐजेंसी की करतूतों से स्थानीय प्रशासन भी बेखबर बना बैठा हुआ है ।निर्माण ऐजेंसी पर न तो संबंधित विभाग न ही स्कूल प्रशासन ही सुध लेने तैयार दिखाई दे रहा है इस स्कूल में पहुचने वाले छात्रों को भी इस दलदल का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है ।तथा निर्माण ऐजेंसी लगातार अपने निर्माण में लापरवाही बरतने मे पीछे नहीं दिखाई दे रही हैं ।