राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से गांधी मेडिकल कॉलेज में “अनीमिया मुक्त भारत” पर कार्यशाला का आयोजन
भोपाल । गांधी मेडिकल कॉलेज में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से “अनीमिया मुक्त भारत” विषय पर एक व्यापक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन प्रोफेसर और डीन डॉ. कविता एन. सिंह, प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष डॉ. शबाना सुल्तान, और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. प्रभाकर तिवारी डॉ पूनम श्रीवास्तव के नेतृत्व में किया गया। इसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. अरुणा कुमार की विशेष उपस्थिति रही। कुल 50 चिकित्सा अधिकारियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।
कार्यशाला के प्रमुख विषय:
मातृ मृत्यु दर में अनीमिया की भूमिका: डॉ. अरुणा कुमार ने अनीमिया को मातृ मृत्यु दर का एक महत्वपूर्ण कारक बताते हुए इसके प्रभाव और गंभीर परिणामों पर चर्चा की।
पैरेंट्रल आयरन थेरेपी: डॉ. कविता एन. सिंह ने अनीमिया के प्रबंधन में पैरेंट्रल आयरन थेरेपी के उपयोग और उसके लाभों के बारे में जानकारी दी।
अनीमिया के कारण और लक्षण: डॉ. शबाना सुल्तान ने अनीमिया की विभिन्न वजहों, इसके लक्षणों, और पहचान के तरीकों पर प्रकाश डाला।
.अनीमिया का निदान और ओरल थेरेपी: डॉ. अंजलि कान्हेरे ने अनीमिया के सही निदान और मौखिक उपचार पद्धतियों के बारे में बताया, जिससे चिकित्सा अधिकारी बेहतर तरीके से उपचार कर सकें।
अनीमिया से होने वाली मोरबिडिटी: डॉ. गुरप्रीत नंदमेर ने अनीमिया से संबंधित विभिन्न रोगों और इसके प्रभावों पर चर्चा की, जिससे इसके दीर्घकालिक प्रभावों को समझा जा सके।
हाई रिस्क प्रेगनेंसी पर पैनल चर्चा: डॉ. भारती परिहार और डॉ. पूर्वा बड़कुर ने उच्च जोखिम गर्भावस्था में अनीमिया के प्रबंधन और इसके प्रभावों पर एक पैनल चर्चा का संचालन किया, जिसमें चिकित्सा अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए और समाधान पर विचार-विमर्श किया।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य अनीमिया की रोकथाम और इसके बेहतर प्रबंधन के लिए चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षित करना था, जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।कार्यशाला के अंत में सभी उपस्थित चिकित्सा अधिकारियों ने अनीमिया मुक्त भारत अभियान में अपना सक्रिय योगदान देने और सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लिया।