मां दुर्गा के इस स्वरूप को अनंत फल देने वाला माना गया है. मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से ज्ञान बढ़ता है और सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है. माता ब्रह्मचारिणी ब्रह्मचारिणी अपने भक्तों पर हमेशा कृपा बनाए रखती हैं और आशीर्वाद देती हैं. मान्यता है कि माता के आशीर्वाद से हर कार्य पूरे हो जाते हैं और परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है. माता की आराधना करने से जीवन में संयम, बल, सात्विक, आत्मविश्वास की बढ़ता है. माता की शक्ति के प्रभाव से शरीर के सभी रोग दूर होते हैं और जीवन में उत्साह व उमंग के साथ-साथ धैर्य व साहस का समावेश होता है.
नवरात्रि के दौरान घर में गंदगी बिल्कुल भी न रखें. नवरात्रि से पहले ही घर और पूजन स्थल की अच्छे से साफ सफाई करनी चाहिए.
पूजा के समय अनुशासन का पालन जरूर करें. समय पर उठना, और भक्ति भाव से माता रानी की पूजा अर्चना करना नवरात्रि के दिनों में आवश्यक होता है.
नवरात्रि के 9 दिनों तक अखंड ज्योति जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है, लेकिन अगर अखंड ज्योत जला रहे हैं, तो घर को कभी खाली न छोड़ें साथ ही अखंड ज्योत को कभी बुझने न दें.
नवरात्रि के 9 दिनों में भूल से भी तामसिक भोजन और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए.
नवरात्रि के दिनों में नकारात्मकता से दूर रहें और अच्छे विचारों को अपनाएं किसी भी प्रकार के विवाद या झगड़े से बचें.
नवरात्रि के दिन बहुत पवित्र होते हैं इसलिए इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें.
मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दौरान नाखून और बाल नहीं कटवाए जाते हैं. इसलिए इस दौरान नाखून और बाल नहीं कटवाने चाहिए.