– जलभराव से जनता रही परेशान
– नालों पर अवैध कब्जों ने बढ़ाई जनता की परेशानी
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
शिवपुरी में बुधवार को दिनभर बारिश का क्रम बना रहा। शिवपुरी में लगातार बारिश का क्रम बना होने से इस दौरान कई निचली बस्तियों में पानी भर गया। शिवपुरी शहर की संजय कॉलोनी, फतेहपुर, रामबाग कॉलोनीे, सर्किट हाउस रोड, नमो नगर, शिव कॉलोनी, रेलवे स्टेशन रोड, पोहरी चौराहा, मनियर, फतेहपुर, मुदगल कॉलोनी आदि क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति कारण लोग परेशान देखे गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि शिवपुरी में चार-पांच घंटे की लगातार बारिश के बाद निचली बस्तियों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। शहर में जिन नालों पर कब्जा हो गए हैं उन्हें हटाने पर नगर पालिका प्रशासन द्वारा कोई गौर नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण लोग आए दिन परेशान रहते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी निकासी के लिए बनाई गई नालियों की सफाई नहीं हुई है इससे बारिश का पानी कॉलोनियों में भर जाता है।
जनता बोली-कोई सुनवाई नहीं होती-
शिवपुरी शहर में कुछ ही घंटों की बारिश से कई बस्तियों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। लोगों का कहना है कि शहर में डैनेज सिस्टम को सुधारने के लिए नगर पालिका द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। खासकर नालियां जाम हैं इनकी नियमित सफाई नहीं होती। शहर के संजय कॉलोनी में बुधवार को जलभराव की स्थिति निर्मित होने पर जनता परेशान रही। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार नगर पालिका के लोगों को अपनी समस्या बताई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
नमो-नगर में चार फिट पानी भरा-
शहर के ग्वालियर बायपास पर अवैध कॉलोनी बनाई गई नमो नगर में बाढ़ जैसे हालात नजर आए। यहां पर तीन से चार फिट यानि की घुटनो तक पानी भर गया। लोगों ने बताया कि इस कॉलोनी को बनाने वाले भू-माफिया ने नाली निकासी व पानी निकालने पर कोई ध्यान नहीं दिया। आज यह कॉलोनी तालाब जैसी नजर आई। इस जगह पर मकान बनाने वाले लोग भू-माफिया को कोसते नजर आए।
पूर्व की बाढ़ से नहीं लिया सबक-
शिवपुरी शहर में दो साल पहले बाढ़ आ चुकी है। इस बाढ़ में शहर की 30 से ज्यादा छोटी बड़ी बस्ती व कॉलोनियों में पानी भर गया था। शहर के माधव चौक, ठंडी सड़क, संजय कॉलोनी, फतेहपुर, नवाब साहब रोड, शिव कॉलोनी, रेलवे स्टेशन रोड आदि स्थानों पर काफी पानी भरा था और लोगों को नुकसान हुआ था लेकिन इसके बाद भी नालों पर किए गए अतिक्रमण हटाने में जिला प्रशासन व नगर पालिका प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया।