3 साल से भरण पोषण की राशि के लिए भटक रही 80 साल की बृद्धा
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी बता रहे योजना में तीन साल से फंड नही
रायसेन। एक और सरकार सर्वहारा वर्ग के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही हे।ताकि पीड़ितों की मदद हो सके। लेकिन सरकारी अधिकारी शासन की योजनाओ को अमली जामा पहनाने में किस तरह के बहाने बनाकर बंचित कर रहे हे। इसी बानगी हे,दर दर भटकती 80 वर्षीय ब्रद्ध महिला बिनिया बाई।
जिला मुख्यालय से 130 किलोमीटर दूर रह रही बृद्धा बिनियाबाई पिछले तीन साल से महिला एवं बाल विकास विभाग के चक्कर काट रही हे।प्रत्येक मंगलवार को जनसुनवाई में आती हे और गुहार लगाकर चली जाती हे। तीन साल पहले एक जमीनी विवाद में बिनियाबाई के बेटे और बहु की हत्या हो गई थी।इसके बाददो पोतो का लालन पालन कर रही हे।
तीन साल पहले उसने इन् दो बच्चो जिनकी आयु तीन साल पहले 4 और 6 वर्ष थी के लालन पालन के लिए मध्यप्रदेश सरकार के महिला बाल बिकास विभाग रायसेन में भरण – पोषण के लिए गुहार लगाई थी। लेकिन तीन साल में महिला बाल बिकास विभाग रायसेन उन्हे योजना का लाभ नही दे पाया। कारण विभाग हमेशा बजट न होने का तीन साल से रोना रो रहा हे।जबकि इस योजना में 4 हजार रुपए प्रति बच्चे के मान से राशि दी जाती हे।
जनसुनवाई में आज बिनियाबाई ने कलेक्टर अरविन्द दुबे से इस मामले में गुहार लगाई।महिला ने बताया कि वह करीब 50 बार् देवरी से रायसेन आ चुकी हे।लेकिन उसकी कोई सुनबाई नही हे।बच्चो का भरण पोषण करना मुश्किल हे। वह भी काफी बृद्ध हो गई हे।मजदूरी बनती नही हे ऐसे में कैसे बच्चो की परवरिश करे।
इस पर कलेक्टर अरविन्द दुबे ने जनसुनबाई में महिला बाल विकास अधिकारी दीपक संकट को फटकार लगाते हुए उनकी इस लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।