बक्सवाहा से अभिषेक असाटी
एसडीएम एवं तहसीलदार की तानाशाही के विरोध में ज्ञापन देने के बाद गुमटी धारक और सेवा प्रदाताओं ने जैसे ही आज कलम बंद एवं क्रमिक भूख हड़ताल जारी की। तभी एसडीएम तहसीलदार को लेकर गुमटी धारकों के नपाई कर दबाव बनाने का प्रयास करने लगे। लेकिन गुमटी धारकों एवं सेवा प्रदाताओं के जबरदस्त नारेबाजी और विरोध के कारण एसडीएम एवं तहसीलदार की दबाव पूर्ण नीति काम नहीं आई। इसके पश्चात क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे लोगों ने गुमटी धारकों से कहा कि कल आप लोगों ने साथ देने के लिए कहा था आज आप लोग हट रहे हैं तब उन लोगों ने कहा कि हम क्या करें अधिकारियों ने दबाव बनाकर जबरन हमसे गुमटियां खुलवाई। लेकिन गुमटी धारको ने एसडीएम बिजावर को लिखित में अपनी दुकान खोलने का आश्वासन दिया और कहा कि हम आंदोलनकारियों के साथ नहीं हैं। इस पर से कुछ गुमटी धारकों द्वारा एकमत होकर नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे जहां आंदोलनकारियों द्वारा दिए गए ज्ञापन को लिया गया और कहा गया कि आप लोगों की जो भी मान गए हैं उनमें से जो मांगे आपकी मानने लायक हैं उन मांगों को हम मान लेंगे लेकिन आप सभी बहुत गुमटी धारकों की दुकानों में जो इलेक्ट्रिक मीटर लगा हुआ है और आप लोगों की दुकानें सटी हुई हैं जिस कारण से आप लोगों की दुकानों को कुछ फासले में दूरी बनाकर व्यवस्थित किया जाएगा। लेकिन आंदोलनकारियों द्वारा एसडीएम बिजावर की किसी भी बात को स्वीकार नहीं किया गया इसके पश्चात आंदोलनकारी ने भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया। आंदोलनकारियों ने अन्य जल का त्याग कर आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है। आंदोलनकारियों का कहना है किसी भी अनशन कारी पर यदि कोई परेशानी आती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इसके पश्चात तभी कुछ किसानों द्वारा एसडीएम बिजावर से शिकायत करते हुए कहा गया कि कुछ गुमटी धारक गलत तरीके से पैसों को लेकर गरीब किसानों को परेशान कर रहे हैं जिसके बाद एसडीएम ने कहा कि जब सभी गुमटी धारक अनशन पर बैठे हैं तो दुकानें कहां से खुली है इसके बाद एसडीएम ने दुकानों का निरीक्षण किया वहां कुछ गुमटिया खुली हुई पाई गई जिसके बाद एसडीएम ने कहा कि अगर सभी गुमटी धारक अनशन पर बैठे हुए हैं तो यह दुकान कहां की खुली है और उन्होंने निरीक्षण करते हुए सभी से कहा कि अपने दुकान के सामने निर्धारित रेट सूची लगाई जाए जिससे किसानों से अतिरिक्त शुल्क वसूल ना हो और किसान परेशान ना हो। एसडीएम बिजावर द्वारा कहा गया कि हम गरीब परिवार की गुमटी हटाने के लिए नहीं हम उनकी समस्याओं का निराकरण करने के लिए आए हैं अगर किसी गुमटी धारक को कोई समस्या हो तो हमसे आकर मिले हम समस्या का निराकरण करेंगे।
गुमटी धारकों की समस्या
तहसील के सामने जो गुमटीया रखी हुई है उनका कहना है कि हम अपने गुमटी कई वर्षों से यहां यथावत रखे हुए हैं अभी तक किसी शासन प्रशासन के अधिकारी द्वारा हमारी गुमटी हटाने के लिए नहीं कहा गया ना ही हमें किसी तरीके से दबाव बनाया गया है लेकिन बिजावर एसडीएम और बक्सवाहा तहसीलदार द्वारा हम लोगों को नाजायज परेशान कर तहसील मैं कुछ सामग्री का कहा गया था हम लोगों द्वारा जो कुछ भी बना हम सभी ने मिलकर तहसील में किसानों के लिए बैठने के लिए कुर्सियां कूलर एवं पानी की व्यवस्था करा दी है अब इसके बावजूद भी एसडीएम बिजावर द्वारा अतिरिक्त सामान मांगा जा रहा है। जिसमें हम सभी सक्षम नहीं है।
अनशन पर बैठने वालों में मनीष जैन, नारायण प्रसाद खरे, सुनील खरे, शुभम खरे, उमेश बिल्थरे, रत्नेश जैन, विनय तिवारी, गजेंद्र रावत शामिल है इसके अलावा भी संपूर्ण कुंती धारक क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।
इस मामले में प्रशासन का कहना है कि हमारे द्वारा तहसील परिसर में रखे गुमटी धारकों को किसी भी तरीके से परेशान नहीं किया गया है और जो भी गुमटी धारकों द्वारा कहा गया है वह सरासर गलत है हमने गुमटी धारकों से पानी की व्यवस्था किसानों के लिए बैठने की व्यवस्था एवं निर्धारित रेट सूची का कहा था जिस कारण से गुमटी धारक इस मांगों को लेकर संतुष्ट नहीं है और कुछ गुमटी धारकों द्वारा गलत तरीके से गरीब किसानों से अवैध वसूली करी जा रही है जो सरासर गलत है।