बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यों पर जुल्म का मामला सामने आया है. बांग्लादेश में एक हिन्दू मंदिर को निशाना बनाया गया. बांग्लादेश के शहर मागुरा में हिन्दू मंदिर में तोड़-फोड़ की गई. मंदिर को जला दिया गया. जिसके बाद लोगों में दशहत फैल गई.
मंदिर के साथ-साथ हिन्दूओं के कुछ घरों में भी आग लगा दी गई, जिसके बाद मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और हालात पर काबू पाया गया. हालांकि इस घटना के बाद बांग्लादेश में रह रहे हिन्दू डरे हुए हैं.
मंदिर में तोड़-फोड़
बांग्लादेश में हिन्दूओं की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है. मंदिर को क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया. मंदिर में तोड़-फोड़ मचा कर आग लगा दी गई. 2022 की अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता (International Religious Freedom) रिपोर्ट के मुताबिक, देश की आबादी साल 2022 में 165.7 मीलियन थी, जिसमें 91 प्रतिशत मुस्लिम थे और 8 प्रतिशत हिन्दू. दूसरी तरफ रिपोर्ट में बताया गया कि मुस्लिम बहुल देश में साल 2011 में 89 प्रतिशत मुस्लिम और 10 प्रतिशत हिन्दू थे.
दुर्गा पूजा के समय भी हुए हमले
साल 2021 में भी बांग्लादेश में हिन्दूओं पर हमला किया गया था.जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी. गुस्साई भीड़ ने दुर्गा पूजा के मौके पर हिन्दू मंदिर पर 15 अक्टूबर 2021 को हमला किया था. जिसमें मंदिर में तोड़-फोड़ मचाई गई और कई हिन्दूओं के घरों को भी गुस्साई भीड़ ने निशाना बनाया था. इस हमले में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे और 4 की मौत दर्ज की गई थी.
संगठन ने सामने रखे आंकड़ें
एक बांग्लादेशी मानवाधिकार संगठन (Bangladeshi human rights organisation) ने जानकारी दी कि साल 2013 से 2021 तक हिंदुओं पर 3,679 हमलों की घटनाए सामने आई. जिसमें घर में तोड़फोड़ और आगजनी की 1,559 घटनाएं सामने आई. मंदिरों में तोड़फोड़ और आगजनी की 1,678 घटनाएं हुई जिसमें 11 हिन्दूओं की मौत दर्ज की गई. लगातार देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले चिंताजनक है, जिसके बाद अब इसी कड़ी में हमले का एक और मामला सामने आया है.