चुनाव के बीच केंद्र सरकार को जीएसटी के मोर्चे पर लगातार सफलता मिली है. वित्त वर्ष के पहले महीने में ही जीएसटी कलेक्शन ने सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं. आंकड़ों के अनुसार अप्रैल के महीने में जीएसटी कलेक्शन पहली बार 2 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया है. पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इसमें 12 फीसदी से ज्यादा का वृद्धि देखने को मिली है. जबकि पिछले साल अप्रैल के महीने में ही जीएसटी कलेक्शन 1.87 लाख करोड़ रुपए के पार गया था. उसके बाद ये रिकॉर्ड किसी महीने में नहीं टूट सका.आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में जीएसटी में किस मद में कितना पैसा मिला है.
जीएसटी कलेक्शन का बनाया रिकॉर्ड
लोकसभा चुनाव के बीच अप्रैल के महीने में जीएसटी कलेक्शन पहली बार 2 लाख करोड़ रुपए पार करते हुए 2.10 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है. आज से पहले जीएसटी कलेक्शन 2 लाख करोड़ रुपए पर कभी नहीं पहुंचा है. जीएसटी कलेक्शन में साल-दर-साल 12.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. रिफंड के बाद, अप्रैल 2024 के लिए नेट जीएसटी रेवेन्यू का आंकड़ा 1.92 लाख करोड़ रुपपए है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 17.1 फीसदी ज्यादा है.
किस मद में आया कितना पैसा
अप्रैल में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 43,846 करोड़ रुपए और राज्य जीएसटी 53,538 करोड़ रुपए रहा. एकीकृत जीएसटी 99,623 करोड़ रुपए रहा जिसमें आयातित वस्तुओं पर कलेक्शन 37,826 करोड़ रुपए शामिल हैं. उपकर संग्रह 13,260 करोड़ रुपए रहा, जिसमें आयातित वस्तुओं पर कलेक्शन 1,008 करोड़ रुपए शामिल हैं.
पिछले साल कैसा था कलेक्शन
पिछले वित्त वर्ष में 12 में से 10 महीनों का जीएसटी कलेक्शन 1.60 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा देसने को मिला था. जिसमें दो महीने मई में 1.57 लाख करोड़ रुपए अगस्त महीले में 1.59 लाख करोड़ रुपए शामिल है. दिसंबर के महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.78 लाख करोड़ रुपए हुआ था. जोकि मौजूदा समय में तीसरा सबसे बड़ा कलेक्शन चुका है. जबकि पिछले साल अप्रैल के महीने में ही 1.87 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला था. जानकारों की माने जीएसटी कलेक्शन में और ज्यादा बढ़ोतरी देखी देखने को मिल सकती है.
इस राज्य में सबसे ज्यादा इजाफा
पीआईबी से मिली जानकारी के अनुसार मिजोरम में जीएसटी कलेक्शन में 52 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. पिछले साल जहां मिजोरम में जीएसटी कलेक्शन 71 करोड़ रुपए देखने को मिला था, जो इस साल में 108 करोड़ रुपए देखने को मिला है. वहीं बात लक्षद्वीप की करें तो जीएसटी कलेक्शन में 1 करोड़ रुपए देखने को मिला है. जबकि पिछले साल की समान अवधि में 3 करोड़ रुपए देखने को मिला था. अप्रैल के महीने में राज्यों से आया कुल जीएसटी कलेक्शन 1,71,433 करोड़ रुपए देखने को मिला है. जबकि पिछले साल अप्रैल के महीने में यह आंकड़ा 1,51,162 करोड़ रुपए देखने को मिला था. इसका मतलब है कि इस साल अप्रैल के महीने में 13 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिला है.