मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
दीवानगंज क्षेत्र में 3 साल से गौशाला का निर्माण कार्य चल रहा है। 10 किलोमीटर के अंदर चार गौशालाएं बन रही है। जिनमें से एक गौशाला गीदगड़ वाली बनकर तैयार हो गई है मगर बिजली और पानी की कमी के कारण आवारा पशुओं को ठिकाना नहीं मिल सका है।
दीवानगंज से कुछ ही दूरी पर स्थित गीदगड़ पंचायत मैं गौशाला का निर्माण हो रहा था जो 1 साल पहले बनकर तैयार हो गई हैं मगर बिजली और पानी की कमी से गौशाला मैं पशुओं को छोड़ने का कार्य अभी तक चालू नहीं हुआ। जिले के परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने लगभग चार साल पहले दीवानगंज पंचायत में 3 ग्राम पंचायतों में गौशाला निर्माण करने की आधारशिला रखी थी जिसमें गीदगढ़ पंचायत गौशाला, , सेमरा पंचायत गौशाला ,शाहपुर पंचायत के भर्तीपुर गौशाला की आधारशिला रखी थी उसी समय प्रत्येक गौशाला के लिए 37 लाख 85 हजार रुपए राशि भी निश्चित की गई थी तभी से आज तक इन गौशालाओं का निर्माण कार्य चालू है। गौशाला में कभी निर्माण कर चालू हो जाता है तो कभी रुक जाता है 3 पंचायतों की गौशाला का निर्माण आज तक पूर्ण रूप से तैयार नहीं हुई है जिसमें से गीदगढ़ पंचायत में गौशाला का निर्माण तेजी से चल रहा था जो पूरा हो गया उसमें अभी पानी और बिजली की कमी है क्षेत्र के लोगों को उम्मीद थी कि बारिश के समय में आवारा पशुओं को गौशाला छोड़ देंगे, मगर गौशाला का कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण पशुओं को नहीं छोड़ा जा रहा है भोपाल विदिशा हाईवे पर अक्सर आवारा पशुओं की मौत होती रहती है गौशाला के बन जाने से आवारा पशुओं को अब ठिकाना मिल जाएगा मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ किसान आवारा पशुओं से परेशान होते रहते थे भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर आवारा पशुओं को ग्रामीण इधर से उधर भगाते रहते हैं तीनो गौशाला मनरेगा के तहत बनाई जा रही है इसमें जितना काम होता है उसके आकलन के हिसाब से ठेकेदार को पैसा उपलब्ध होता है आवारा पशुओं के कारण किसानों की फसलें चौपट हो रही है तो वही दूसरी ओर हाईवे पर पशुओं की मौत भी हो रही है। अगर गौशाला पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जाती तो किसानों को आवारा पशुओं से मुक्ति भी मिलती और दुर्घटना में आवारा पशुओं की मौत भी कम होती। इन गौशालाओं में भोपाल विदिशा हाईवे 18 पर घूम रहे आवारा पशुओं को एक स्थाई ठिकाना मिल जाता जिससे भोपाल विदिशा हाईवे पर स्थित बालमपुर घाटी पर हो रहे आवारा पशुओं की मौत का सिलसिला रुक जाता मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
अब बालमपुर पंचायत में भी गौशाला का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है सोचने की बात है कि दीवानगंज क्षेत्र में 4 पंचायतों में गौशाला का निर्माण कार्य चल रहा है जिनमें से शाहपुर पंचायत के भारतीपुर गांव में गौशाला का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण होने पर है। शाहपुर सरपंच मोहन सिंह ने बताया कि गौशाला बनकर पूर्ण हो चुकी है। केवल 10% काम बचा है। कुछ दिन पहले इंजीनियर ने भारतीपुर गौशाला का मुआयना किया है। कुछ ही दिनों में गौशाला चालू हो जाएगी। सेमरा पंचायत की गौशाला अभी अधूरी पड़ी है जिसका कार्य अभी चालू हुआ है। 10 किलोमीटर के दायरे में चार गौशालाओं का निर्माण 3 साल से चल रहा है मगर अभी तक पूर्ण रूप से एक भी तैयार नहीं हुई जिसका खामियाजा किसान और आवारा पशुओं को भुगतना पड़ रहा है रोज कहीं ना कहीं रोड पर आवारा पशुओं की मौत हो रही है बेरखेड़ी चौराहा से लेकर बालमपुर घाटी तक आवारा पशुओं की ज्यादा मौत होती है। जिसमे बालमपुर घटी मेन है जहां पर बारिश के समय आवारा पशुओं की ज्यादा मौत होती है।
गीदगढ़ पंचायत में गौशाला बनकर तैयार हो गई है अब केवल गौशाला में बोर और बिजली की व्यवस्था करना है हमने जनपद सीईओ जिला सीई ओ, और कलेक्टर ऑफिस में 6 महीने पहले पानी और बिजली के लिए आवेदन कर दिया है जैसे ही पानी और बिजली की व्यवस्था हो जाएगी यहां पर आवारा पशुओं को रखने का सिलसिला चालू हो जाएगा जिससे रोड पर घूम रहे आवारा पशुओं से राहगीरों को मुक्ति मिलेगी वही रोड पर बैठे आवारा पशुओं से भी चालक को मुक्ति मिलेगी।
लीला किशन अहिरवार गीदगड़ सरपंच।
शाहपुर पंचायत के भर्तीपुर गांव में गौशाला का निर्माण कार्य चल रहा है लगभग कार्य पूर्ण होने को है पानी की व्यवस्था हो चुकी है कुछ ही दिनों में सारी व्यवस्था होने पर आवारा पशुओं को छोड़ना प्रारंभ हो जाएगा।
शाहपुर सरपंच मोहन सिंह
बालमपुर में भी गौशाला का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है कुछ ही महीनों में गौशाला बनकर तैयार हो जाएगी जिसमें आवारा पशुओं को छोड़ा जाएगा बारिश के समय में ज्यादातर आवारा पशु बालमपुर घाटी से लेकर बेरखेड़ी चौराहा तक रोड पर बैठते हैं जिस कारण उनकी दुर्घटना में मौत हो जाती है और वाहन चालक भी परेशान होते हैं।
पूर्व सरपंच हरि सिंह मीणा बालमपुर