जनपद सदस्य भूपेंद्र कसार की शिकायत पर हुई जांच
सुरेन्द्र जैन धरसीवा
धरसीवा के परसतराई खारून नदी तट पर करोड़ो की लागत से बन रहे तटबंध के निर्माण में घटिया स्तर का काम करने की जनपद सदस्य द्वारा की गई शिकायत के बाद विधायक अनुज शर्मा ने सख्ती दिखाई और जांच समिति का गठन कराया इसके बाद जांच समिति ने मौके पर जाकर जांच की है।
जनपद सदस्य भूपेंद्र कसार ने गत दिवस जनपद पंचायत में आयोजित बैठक में क्षेत्रीय विधायक अनुज शर्मा को भी अवगत कराया कि पूर्ववर्ती सरकार के समय शुरू हुआ तटबंध का निर्माण घटिया स्तर का हो रहा है उन्होंने 23 जनवरी को कार्यालय जनपद पंचायत धरसींवा जिला कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रायपुर को शिकायत भेजी इसके बाद घटिया निर्माण को क्षेत्रीय विधायक अनुज शर्मा ने गंभीरता से लिया और उनकी सख्ती के बाद जांच दल का गठन हुआ
जनपद सदस्य भूपेंद्र कसार ने बताया कि 23 जनवरी 24 को कार्यालय जनपद पंचायत धरसींवा में सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई थी इसमें उनके द्वारा ग्राम परसतराई में निर्माणाधीन तटबंध में हो रहे कार्यों की शिकायत की गई थी। इसकी जांच हेतु समिति का गठन किया गया जिसमें सदस्य के रूप में उनका नाम भी शामिल है, इसी संबंध में कलेक्टर रायपुर द्वारा अपने पत्र क्र. 84/ रायपुर दिनांक 29.01.2024 को मेरे द्वारा की गई शिकायत की जांच हेतु लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की टीम का गठन किया गया है 30 जनवरी को कलेक्टर के निर्देशानुसार विवेक शुक्ला कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग एवं राजीव नशीने, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग, संभाग क्र.01, रायपुर द्वारा संबंधित कार्यस्थल का निरीक्षण एवं जांच की गई। जांच के समय जनपद सदस्य भूपेन्द्र कसार,, श्री दुष्यंत वर्मा सभापति वन समिति धरसींवा और यजेन्द्र वर्मा सभापति संचार समिति जनपद पंचायत धरसींवा उपस्थित रहे।
जल संसाधन विभाग के अधिकारी जे.आर. पटेल कार्यपालन अभियंता एवं संदीप धवन अनुविभागीय अधिकारी द्वारा सभी सदस्यों को कार्य से संबंधित तकनीकी जानकारी दी गई, कार्यस्थल पर निरीक्षण के उपरांत स्पेसिफिकेशन के अनुसार स्टील एवं कांक्रीट का कार्य संपादित कराने के संबंध में जानकारी दी गयी। स्थल निरीक्षण के उपरांत समिति के सदस्यों ने पाया की स्टील का कार्य स्पेसिफिकेशन के अनुसार कराया गया परन्तु कांक्रीट वर्क में कुछ स्थान पर कमी पायी गई जिसे विभाग द्वारा पूर्व में ही उन स्थानों पर लाल पट्टी का निशान लगाकर इसे तोड़कर पुनः बनाने हेतु ठेकेदार को निर्देशित किया गया । समिति के सदस्यों को जल संसाधन विभाग द्वारा यह भी आश्वासन दिया गया कि भविष्य में कार्य का संपादन गुणवत्ता पूर्वक कराया जायेगा एवं समिति के सदस्यों को समय-समय पर निरीक्षण हेतु बुलाया जायेगा।
इस संबन्ध में जांच अधिकारी पीडब्लूडी के कार्यपालन अभियंता राजिग नसीने से बात करने पर उन्होंने बताया कि जांच समिति ने जांच कर ली है जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है।