देवेंद्र तिवारी सांची रायसेन
वैसे तो खंभों से तार टूटने की घटनाएं आंधी तूफान बारिश में होती है परन्तु इन दिनों 11 केवी लाइन के तार खेतों में टूटकर गिरने एवं जमीन स्तर पर खेतों में लगी डीपी से केविल के मकड़जाल हमेशा किसानों की जान जोखिम में डाल रहे हैं अधिकारी बेफिक्र होकर इस गर्मी में एसी कूलर हवा में लीन बने हुए हैं।
जानकारी के अनुसार रोज नये विद्युत वितरण कंपनी के कारनामे सामने आ रहे हैं जबकि हवा तूफान आंधी बारिश में तो अक्सर बिजली तार टूटने की घटनाएं सामने आती रही है परन्तु इन दिनों बिना आंधी तूफान बारिश के ही 11 हजार केवी लाइन पर डले तार अपने आप ही टूटकर जमीन पर गिरने लगे हैं ऐसा ही मामला तब सामने आया जब सूकासेन तिजालपुर लाइन पर 11 हजार केवी लाइन के तार तिजालपुर गांव के समीप ही टूट कर जमीन पर गिर गये इस घटना से कभी भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है तथा खेतों में काम करने वाले किसानों अथवा पशुओं की जान को खतरा हो सकता है जबकि इन दिनों किसानों ने अपने खेतों में धान की तैयारी शुरू कर दी है इतना ही नहीं खेतों में किसानों से मनमानी राशि वसूल कर खेती के लिए बिजली कनेक्शन देने खेतों में मंडल द्वारा डीपी लगा रखी है वह भी जमीनी स्तर पर केविल का जाल डालकर किसानों को कनेक्शन प्रकिया चलाई गई है जिससे खेतों पर काम करने वाले किसानों मजदूरों को हमेशा जान जोखिम में डालकर अपना काम करने पर मजबूर होना पड़ता है क ई बार करंट फैलने से किसानों मजदूरों की जान भी जा चुकी है बावजूद इसके मंडल अधिकारी इन अनहोनी से बेफिक्र होकर गर्मी में एसी कूलर की हवा छोड़ना नहीं चाहते हालांकि अनेक बार मंडल के कर्मचारियों को भी इन लाइनों से या तो अपनी जान गंवानी पड़ी अथवा अपाहिज होकर जीवन गुजारने पर मजबूर होना पड़ा है बावजूद इसके मंडल कर्ता धर्ता बेफिक्र बन कर बैठे हुए हैं इससे क्षेत्र भर की बिजली व्यवस्था भी घंटों चौपट हो जाती है ।