इंदौर। प्रदेश में गोदामों से गेहूं, चना और सरसों की निकासी पर सरकार ने रोक लगा दी है। खाद्य नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता सरंक्षण विभाग संचालक की ओर से इस बारे में आदेश जारी किया गया है। मप्र कृषि गोदाम अधिनियम के तहत यह प्रतिबंध लागू किया गया है। साथ ही गोदामों में जमा स्टाक के दस्तावेज परीक्षण का आदेश भी जारी कर दिया गया है। प्रदेश में विभिन्न उपजों की समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद जारी रहने तक यह आदेश प्रभावी होगा।
आदेश में कारोबारियों को निर्देशित किया गया है कि गोदामों से इन तीन उपजों को कारोबारी आदेश अवधि और सरकारी अधिकारियों द्वारा गोदामों का स्टाक परीक्षण जारी रहने तक नहीं निकाल सकेंगे। यदि अतिआवश्यक स्थिति रही तो कलेक्टर की विशेष अनुमति से ही निकास हो सकेगा। दरअसल सरकार को डर है कि सरकारी खरीदी के दौरान कुछ लोग किसानों के रूप में पंजीयन करवाकर पूर्व से जमा उपज की बिक्री एमएसपी पर कर सकते हैं। इस अनियमितता को रोकने के लिए यह आदेश जारी किया गया है।
हालांकि आदेश का असर बाजारों पर भी पड़ने की आशंका है। दरअसल गोदामों में जमा माल की बिक्री रुकने से बाजार में आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। दूसरी ओर व्यापारी खरीदारी में भी कटौती कर सकते हैं क्योंकि यदि वे खरीदी के बाद गोदाम में माल ले जाएंगे तो निकासी संभव नहीं होगी। ऐसे में बाजार में आने वाले दिनों में गेहूं, चना सरसों में तेज उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है।
तुवर पर चेन्नई में सख्ती
देश में तुवर के कम उत्पादन और तेजी के बीच चेन्नई पोर्ट से जल्द निकासी के लिए स्थानीय प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। आयातक 90 दिन से अधिक माल रोक नहीं सकेंगे। इस अवधि में उन्हें विक्रय अनिवार्य रूप से करना होगा। हालांकि व्यापारियों का कहना है इससे बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। अगस्त तक उड़द के दामों में 10 रुपये और अगस्त के बाद तुवर के दामों में भी इतनी और तेजी की उम्मीद है। यानी सरकारी कदमों का असर दालों की तेजी पर ब्रेक लगाता नहीं दिख रहा है। दालें महंगी होती रहेंगी।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.