रिपोर्ट धीरज जॉनसन,दमोह
दमोह:जिले से लगभग 55 किमी दूर मडियादो – रजपुरा सड़क मार्ग पर ग्राम फतहपुर के निकट वीरान क्षेत्र में प्राचीन पांच प्रस्तर खंड थे जिनमें युद्ध के चित्र अंकित है जो देखरेख के अभाव में क्षतिग्रस्त हो सकते थे,जिन्हें भ्रमण के दौरान कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने देखा और त्वरित कार्यवाही करते हुए उसे रानी दमयंती पुरातत्व संग्रहालय दमोह सुरक्षित रखवाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर 20 जून को फतहपुर भिलोनी भ्रमण पर थे जहां उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और रॉक पेंटिग्स, किला और इन आकृतियों वाले प्रस्तर खंड को देखा था,जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को संपूर्ण जानकारी लेने स्थल पर भेजा और 23 जून को इन्हें संग्रहालय में स्थानांतरित किया गया, जिन्हें अब आसानी से देखा जा सकेगा और इतिहास के प्रति रुचि एवं ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में वृद्धि होगी। विदित है कि जिला कलेक्टर जिले में भ्रमण और विभिन्न क्षेत्रों की जानकारियां लेकर समस्याओं का समाधान और रचनात्मक कार्य भी लगातार कर रहे हैं।
उक्त प्रस्तर खंडों के संबंध में राय बहादुर हीरालाल द्वारा लिखित और 1919 में प्रकाशित गजेटियर दमोह दीपक से जानकारी मिलती है कि यहां पांच पत्थर के चीरे गड़े है उनमें युद्ध के चित्र अंकित है, दो में युद्ध की तिथि भी अंकित है एक में संवत 1198 आश्विन बदी 11 शुक्रे लिखा है कि राष्ट्रकूट या राठौर राजा जयतसिंह और किसी दूसरे राजा से लड़ाई हुई उसका यह कीर्ति स्तंभ है। जयतसिंह ने एक राजकुमार को मारकर भूमि पर गिरा दिया है और कोई महाराज पुत्र श्री गोपालदेव राजपुत्र श्री रणशैल को भाले से मार रहा है घोटक सिंहमणि नाम के एक भीमकाय घोड़े पर श्री दामोदर नाम राजपुत्र सवार हैं और चार राजपुत्रों का पीछा कर रहा है।उनमें से एक को मार भी डाला है।