मध्य प्रदेश के शाजापुर में ड्राइवर से उसकी औकात पूछने वाले जिला कलेक्टर किशोर कन्याल पर आखिरकार गाज गिर ही गई. खुद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले में संज्ञान लिया और उन्हें पद से हटा दिया है. उन्हें पद से हटाने के साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद गरीब के बेटे हैं और इस सरकार गरीबों की है. इस सरकार में सभी का सम्मान होना चाहिए. इसी के साथ उन्होंने राज्य के बाकी अधिकारियों को भी अपनी भाषा पर संयम रखने का निर्देश दिया है.
किशोर कन्याल को पद से हटाने के बाद मध्य प्रदेश सरकार ऋजु बाफना को को कलेक्टर बनाया गया है. बता दें कि दो दिनों तक चली ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के दौरान शाजापुर में कलेक्टर किशोर कन्याल ने एक ट्रक चालक को हड़काया था. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था. इस वीडियो में कलेक्टर किशोर कन्याल ड्राइवर के साथ अभद्रता करते नजर आ रहे थे. वह सीधे तौर पर ड्राइवर से पूछ रहे थे कि उसकी औकात क्या है. जबकि ट्रक चालक अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल और धरना प्रदर्शन करने पर अड़े हुए थे.
हड़ताल खत्म होते हुए एक्शन
अब केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद भले ही ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल खत्म हो चुकी है. देश भर में ट्रकों के पहिए फिर से सड़कों पर दौड़ने लगे हैं, लेकिन कलेक्टर के इस दुर्व्यवहार का मामला थमता नजर नहीं आ रहा. मामला तूल पकड़ने पर खुद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सामने आना पड़ा. उन्होंने कलेक्टर को पद से हटाते हुए कहा कि यह सरकार गरीबों की है और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से चल रही है. इसमें सबका प्रयास और सबका विकास शामिल है.
कलेक्टर ने मांगी थी माफी
हालांकि वीडियो वायरल होने और सरकार द्वारा संज्ञान लेने के बाद कलेक्टर किशोर कन्याल ने सफाई भी दी थी. उन्होंने इसके लिए माफी मांगी थी. उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि ट्रक ऑपरेटरों के साथ हो रही मीटिंग के बीच यह व्यक्ति बार बार उठकर किसी भी हद तक जाने की बातें कर रहा था. इसलिए उन्होंने उसे शांत करने के लिए थोड़े तीखे अंदाज में बोल दिया था. कलेक्टर ने कहा कि उनका मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है.