यशवन्त सराठे बरेली रायसेन
बर्षो से लम्बित मांग बरेली को जिला वनाने के लिये चुनाव आते ही पुनः अपने रंग पर आ गयी है।
पिछले कई बर्षो से बरेली के नागरिकों ने बरेली को जिला वनाने के लिये शासन-प्रशासन को ज्ञापन देते आ रहे हैं लेकिन जिला वनाने की मांग अभी तक अधर में लटकी हुई है। विगत पंचवर्षीय विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बरेली के हाकी मैदान में ताल ठोक कर बरेली को जिला वनाने का आश्वासन दिया था ।वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बरेली को जिला वनाने की क ई वार आश्वासन दे चुके हैं।जिला वनाने के लिये पूर्व में धरना-प्रदर्शन भी किये जा चुके हैं पर शासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।
जवकि क्षेत्र फल की दृष्टि से सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं।रायसेन जिला वहुत बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है।देवरी से रायसेन लगभग 180 किलो मीटर की दूरी पर है,यहां के नागरिकों को अपने शासकीय काम कराने के लिए रायसेन जाना पड़ता है जिससे मानसिक एवं शारीरिक कष्ट तो होता ही है समय और धन की भी वर्वादी भी होती है।यदि बरेली जिला वन जाती है तो क्षेत्र के लोगों को समय ओर तन मन धन की वर्वादी की वचत होगी।
मुख्यमंत्री के नाम एस डी एम को सौंपा ज्ञापन –जिला वनाओ अभियान समिति एवं नगर के गणमान्य नागरिकों के द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज राज सिंह चौहान के नाम एस डी एम संतोष मुद्गल को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मुख्यमंत्री के कार्य काल की प्रसंशा करते हुए आत्मीय भाव प्रकट कर कहा गया है कि बरेली,उदयपुरा,देवरी,सिलवानी,बम्होरी ओर जैथारी आदि स्थानों की जिला मुख्यालय रायसेन से दूरी 120 से 180 कि.मी.दूर है। अधिकांश स्थानों से आवागमन के समुचित साधनों की कमी रहती है, इससे प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों का समय,श्रम,एवं धन, जिला मुख्यालय रायसेन में शासकीय कार्यों हेतु आने जाने में अनावश्यक व्यय होता है।
यदि बरेली जिला वनाने है तो श्री तहसीलों का गठन होगा जो नागरिकों के कार्यों को अधिक सुविधाजनक एवं सुरक्षित करेगी।
बरेली केन्द्र बिन्दु होने के कारण आसपास की दूरी 60कि.मी.रहती है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने से आवागमन की सुविधा भी उपलब्ध है।
इस क्षेत्र में पर्याप्त भूगर्भीय जल एवं पेयजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। नर्मदा नदी,वारना नदी,मोगा डेम, पलकमती, केवलारी,बरखंडा वांध से सिंचित 1लाख14हजार846, हेक्टेयर कृषि भूमि है। बरेली जिला वनाने से कृषि पर आधारित उद्योग बड़ी संख्या में रोजगार के साधन उपलब्ध करायेंगे। रातापानी एवं सिंघो थी अभ्यारण्य भी विकसित होगे धार्मिक स्थल पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित होगें बरेली को जिला वनाने में महत्वपूर्ण तथ्य है चार तहसीलों की जनसंख्या 2001 के सर्वे के अनुसार लगभग 4,29,652है। वर्तमान में लगभग 550,000 है।
3,80,505-हेक्टेयर क्षेत्रफल है।
651 ग्राम 239पंचायते है।
3ब्लाक 4नगर पंचायत है।
1लाख,14हजार 846सिंचित कृषि भूमि है।82537असंचित एवं 4876 पड़ता भूमि है।67577 वनक्षएत्र है, 58464 नहर से सिंचित क्षेत्र हैं। शैक्षणिक संस्थानों की कमी नहीं है शासकीय एवं अशासकीय है। जिला वनाने के लिये 125एकड़ भूमि शासकीय है इस प्रकार समस्त साधन एवं संसाधन उपलब्ध है। ज्ञापन सौंपते समय पूर्व ब्लाक अध्यक्ष मकरंद सिंह, भगवान राठी समिति प्रमुख, राधेश्याम पालीवाल, हीरेन्द्र मालवीय,संजय शर्मा, यशवन्तल सराठे,देवी जैन,हिमकर उपाध्याय, आशीश रजक, सुनील सोनी,मोती राठी, रामगोपाल चौहान,एवं पत्रकार गण उपस्थित थे।