रामभरोस विश्वकर्मा,औबेदुल्लागंज रायसेन
ओबैदुल्लागंज वन मंडल की दाहोद रेंज के ग्राम करमई में एक घायल बाघ मृत अवस्था में वन विभाग को मिला इसके पूर्व घायल बाघ 5 दिनों तक यहां घूमता फिरता दिखाई दे रहा था इस संबंध में वन विभाग का कहना है की बाघों के आपसी संघर्ष में यह बाघ बुरी तरह जख्मी हुआ था जिसके कार वह चलने फिरने में असमर्थ हो गया था दूसरे बाघ से अपनी जान बचाने के लिए वह ऊंची पहाड़ी पर एक गुफा में जाकर छुप गया था घायल होने के कारण वह काफी कमजोर हो गया था वन विभाग की टीम ने उसे रेस्क्यू करने का प्रकार प्रयास किया लेकिन वह इतनी ऊंचाई पर था कि उसे रेस्क्यू कर उपचारित करना संभव नहीं हो पा रहा था।
वही आदिवासी विकास परिषद मध्यप्रदेश के सचिव विनोद इरपाचे का कहना है कि बाघ गोली लगने से घायल हुआ था और उसका शिकार करने का प्रयास किया गया था ग्रामीणों ने इस बात की सूचना वन विभाग को दी थी लेकिन वन विभाग ग्रामीणों की बात की अनदेखी करता रहा और बाघ घायल अवस्था में 5 दिनों तक करमई गांव के आसपास भटकता रहा 22 जून को बाघ पहाड़ी से नीचे उतर कर पानी की तलाश में गांव की तरफ आया बुरी तरह घायल होने के कारण वह मर गया इसमें सरासर वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लापरवाही है वन विभाग ने अभी तक इस संबंध में किसी भी कर्मचारी के ऊपर कार्यवाही नहीं की साथ ही किसी व्यक्ति की जिम्मेदारी भी इस संबंध में तय नहीं की गई थी यह पूरा मामला लापरवाही का है इस संबंध में पूरी वन रेंज दाहोद पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए