काँग्रेस पार्टी अगर मौका दे तो मिल सकती हैं भाजपा को चुनौती
विनोद साहू बाड़ी रायसेन
रायसेन जिले में 1993 से 1998 पर जिला कलेक्टर के पद रहे डीएस राय ने क्षैत्र में एक अलग ही पहचान और केन्द्र सरकार की योजनाओं को गाँव गाँव तक पहुँचाने में अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वाहन किया । फिर इसके बाद लोक शिक्षण संस्थान भोपाल में कमीश्नर के पद पर रहे , रिटायर्ड मेंट के बाद वर्तमान में बह कमलनाथ के विश्वानीय अधिकारी हैं और भोजपुर क्षेत्र जो भाजपा का अजेय किले के रुप में स्थापित हो चुका उसको यह चुनौती दे सकते हैं अगर काँग्रेस पार्टी उनपर भरोसा जाताएँ तो ।
भाजपा और काँग्रेस ने संभावित उम्मीदवार डाले क्षेत्र में डेरा
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार शिवराज सिंह की सत्ता के खिलाफ नौकरशाही व आम जनता में महँगाई बेरोजगारी हर विभाग में भ्रष्टाचार का खुला संरक्षण होने से भाजपा सरकार के प्रति रोष व्याप्त हैं । ऐसे में भाजपा भी संभावित उम्मीदवार को क्षेत्र में जनता के बीच पहुँचने और जमीनी हकीकत जानने के लिए तैनात कर रही है।
काँग्रेस ने भी ऐसे उम्मीदवार में देवेन्द्र सिंह राय (रायसेन जिले के पूर्व कलेक्टर) डीएस राय भी क्षेत्र में बैसे तो अपरिचित चेहरा नहीं हैं और बह भी क्षेत्र में सतत मिलनेवाले मित्रों और राजनीतिक पृष्ठभूमि के लोगों से संवाद कर अपना विजन साँझा कर रहे हैं ।
गौरतलब हैं कि जब बह रायसेन जिले के कलेक्टर थे तब बह फील्ड पर ही रहकर जनता की बीच रहकर ही शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन करते थे । क्षेत्र में आज भी लोग उनके कार्यकाल को याद करते ।
शुक्रवार को शाम छह बजे बारना डेम के रेस्टहाउस में राय ने स्थानीय काँग्रेस के लोगों के साथ बैठक की और शहर व क्षेत्र में काँग्रेस किस तरह जागरूक किया इस पर मंथन किया।