अहमदाबाद। भारत में आतंकवादी गतिविधियों के लिए गुजरात के रास्ते अवैध हथियार एवं प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 13 पाकिस्तानी तस्करों के विरुद्ध एनआईए स्पेशल कोर्ट में आरोप पत्र प्रस्तुत किया। 10 आरोपी पकड़े जा चुके हैं जबकि 3 फरार हैं।
गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने तटरक्षक बल की मदद से पाकिस्तान से एक बोट के जरिए गैस सिलिंडरों में छिपाकर लाई गई 40 किलो हेरोइन, हथियार विदेशी बनावट की 6 पिस्टल, 6 मैगजीन, 9 एमएम के जीवित कारतूस के साथ 10 पाकिस्तानी नागरिकों को दिसंबर 2022 में में पकडा गया था। इनके पास से पाकिस्तानी पहचान पत्र, मोबाइल व पाकिस्तानी नोट भी बरामद किये गये थे। मार्च 2023 में यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी [एनआईए] को सौंप दिया गया था।
शुक्रवार को एनआईए ने अहमदाबाद की विशेष एनआईए न्यायालय में दस तस्करों कादर बक्ष बलोच, अमानुल्ला मूसा बलोच, इस्माइल बलोच, अल्लाबक्ष हातर बलोच, गोहर बक्ष बलोच, अमल फुल्लन बलोच, गुल मौहम्मद हातर बलोच, अली बोहर बलोच, अब्दुल गनी जंगीयान, अब्दुल हाकिम बलोच के खिलाफ आरोप पत्र प्रस्तुत किया। आरोप पत्र में शामिल तीन पाकिस्तानी हाजी सलीम, अकबर और करीम बख्श अभी फरार हैं।
एनआईए ने बताया गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों ने तस्कर हाजी सलीम, अकबर और करीम बख्श के साथ मिलकर अत्याधुनिक विदेशी बनावट के हथियारों की खेप को भारत में तस्करी कर लाया जा रहा था।
यह खेप भारत में हारुन को सौंपी जानी थी। हारून ने ही पंजाब और उत्तर भारत में सक्रिय आतंकी संगठनों और गिरोहों को धन मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान से भारत में हथियार और मादक पदार्थ की खेप लाने की साजिश रची थी।
एटीएस गुजरात ने अपने गोपनीय सूत्र से इस साजिश का पता लगा लिया था। पाकिस्तानी तसकर एवं मापिफया हाजी सलीम ने ही गुजरात के समुद्री मार्ग के जरिए भारत में अवैध हथियार व मादक पदार्थ भेजने कीयोजना बनाई थी।
एटीएस को पता चला कि 27 – 28 दिसंबर 2022 को गुजरात के ओखा जेटी से 150 नॉटिकल माइल पर पिफशिंग बोट अल सोहेली के जरिए अवैध हथियार व हेराइन की खेप आने वाली है।
एटीएस व तटरक्षक बल ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर इस बोट को जपत कर लिया, मार्च 2023 में ग्रह मंत्रालय ने यह मामला जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया था।
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