रामभरोस विश्वकर्मा, मंडीदीप रायसेन
रायसेन जिले के ओबैदुल्लागंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम बांस गहन ने वर्ष 2021 में एक करोड़ की लागत से हाई स्कूल भवन का निर्माण लोक निर्माण विभाग की संस्था पी आई यू सी के द्वारा करवाया गया था जिसका उद्घाटन मध्यप्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव, आदिम जाति कल्याण विभाग मंत्री मीना सिंह,स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, सांसद विदिशा रमाकांत भार्गव,सुरेन्द्र पटवा विधायक भोजपुर के द्वारा किया गया था जिसके बाद इस भवन में 2 वर्षों से हाई स्कूल संचालित हो रहा है ग्राम के करीब डेढ़ सौ बच्चे इस विद्यालय में शिक्षा भी प्राप्त कर रहे हैं लेकिन इन विद्यार्थियों को किस भवन में बैठकर पढ़ना पढ़ रहा है वह भवन पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है स्कूल भवन को देखने पर लगता है कि दशकों पहले इस भवन का निर्माण किया गया होगा और जैसे तैसे खस्ताहाल मरम्मत कर कर के खड़ा रखा है अब सवाल यह उठता है कि मात्र दो ही सालों में एक करोड़ की लागत से बना भवन खस्ताहाल एवं जर्जर क्यों दिखाई पड़ने लगा है इस संबंध में जब ग्रामीणों से चर्चा की गई उनका कहना था की भवन का निर्माण पूरी तरह घटिया सामग्री के माध्यम से किया गया साथ ही इस भवन की दीवारों की ना तो तराई की गई और ना ही कोई बनाते वक्त नियमों का पालन किया गया निर्माण एजेंसी पी आई यू सी के अधिकारियों ने भी इस भवन के निर्माण के वक्त कोई भी गंभीरता नहीं दिखाई जिसके चलते ठेकेदार द्वारा पूरी तरह मनमाने ढंग से इस हाई स्कूल भवन का निर्माण किया गया सोचने वाली बात है राइट टू एजुकेशन अधिकार के द्वारा बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाने और शिक्षा प्रदान करने के लिए जिन जिन संसाधनों भवनों और उपकरणों का उपयोग किया जाना है वह भी बच्चों को समय पर प्राप्त होना चाहिए लेकिन ठेकेदार और निर्माण एजेंसी के अधिकारियों की मिलीभगत के कारण एक करोड़ की लागत से बनाया गाया भवन महज 2 साल में ही जर्जर हो गया इस भवन को देखकर ऐसा
लगता है की अब प्रत्येक काम में भ्रष्टाचार व्यवहार बन गया है जो सरकार गरीब जनता और आम नागरिकों के लिए सुविधा के लिए बजट बनाकर कार्य करती है उस बजट को ठेकेदार और अधिकारी मिल बांटकर बंदरबांट कर जाते हैं और उसकी सजा आम नागरिक भुगतने को मजबूर हैं । हद तो तब हो जाती है जब इन भ्रष्ट अधिकारियों और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले ठेकेदारों के ऊपर वरिष्ठ अधिकारियों को भ्रस्टाचार की जानकारी होते हुए भी कोई संज्ञान नहीं लिया जाता और ना ही कोई कार्यवाही की जाती है इस संबंध में जब वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली जाती है तो जिला स्तर के अधिकारियों को यही नहीं पता कि किस विकासखंड में कौनसी शाला का निर्माण हुआ था और उसकी दशा क्या है सरकार लाख जतन कर ले लेकिन अगर भ्रष्ट अधिकारियों पर लगाम नहीं लगा सकती तो वह बेहतर कल के सपने को पूरा नहीं कर सकती सरकार किसी भी दल की हो उसकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए भ्रष्टाचार मुक्त शासन लेकिन वर्तमान में भ्रष्टाचार सरकार का पर्याय बन चुका है इन भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही ना होना भी इस बात का पुख्ता प्रमाण है बाँसगहन हाई स्कूल भवन की दशा भी यह बयां करती है कि शासकीय कार्यों में किस हद तक भ्रष्टाचार किया जा रहा अब देखने वाली बात यह होगी की आने वाले समय में शिवराज सिंह सरकार इन भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों से किस तरह मध्य प्रदेश की जनता को निजात दिला पाएगी या सत्ता को पाने का तीर इन भ्रष्ट अधिकारियों के कंधों पर रखकर ही चलाये जाएँगे ।
इनका कहना हैं
आपके द्वारा यह विषय मेरे संज्ञान में लाया गया है। इसके पूर्व मुझे इस तरह की कोई शिकायत प्राप्त नही हुई हैं पर यदि घटिया निर्माण हुआ है तो निर्माण एजेंसी को पत्र लिखकर इस संबंध अवगत कराया जाएगा ।
एम एल राठौरिया जिला शिक्षा अधिकारी रायसेन
भवन दो वर्ष पहले ही बना हैं लेकिन अभी से ही मरम्मत की जरूरत पड़ने लगी हैं इस सम्बन्ध में वरिष्ठ कार्यालय को पत्र के माध्यम से अवगत कराया जाएगा एवं संबंधित निर्माण एजेंसी एवं ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही के लिए भी आग्रह किया जाएगा ।
शिवनारायण चौहान खण्ड शिक्षा अधिकारी ओबेदुल्लागंज