भोपाल। करोंद एक शापिंग माल के पीछे शनिवार से श्री शिव महापुरण की कथा शुरू हो रही है। इसकी पूर्व संध्या पर अन्ना नगर से कलश यात्रा निकली, जो भगवा रंग में रंगी दिखी। एक रथ पर सीहोर कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा व चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सांरग खड़े थे। हाथ में शिवजी का ित्रशुल लिए थे। इसके पीछे भगवा वस्त्र व ध्वजा लेकर श्रद्धालु चल रहे थे। फिर दोपहिया व चार पहिया गाड़ियों की 500 मीटर लंबी कतार लगी हुई थी। हर-हर महादेव, जय-जय शिव शंकर के नारे गूंजते रहे। जिन मार्गों से यात्रा निकली, वहां ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित हुई। जगह-जगह तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान व्यवस्था संभालने में नाकाम दिखे। अन्ना नगर, एमपी नगर, नर्मदापुरम रोड, सुभाष नगर, अशोका गार्डन सहित अन्य मार्गों पर वाहन रेंगते रहे। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गंतव्य तक पहुंचने में देरी हुई। कथा स्थल पर और रुद्राक्ष वितरण से व्यवस्था न बिगड़े। इसके लिए कथा स्थल पर रुद्राक्ष का वितरण नहीं किया जाएगा। जिन लोगों ने पंजीयन किया है, उनके घरों तक रुद्राक्ष पहुंचने की व्यवस्था आयोजन समिति की ओर भी गई है।
जगह-जगह हुआ फूलों से स्वागत
शोभायात्रा अन्ना नगर से शाखा ग्राउंड, सुभाष मार्केट, विकास नगर शिव मंदिर, कैलाश नगर, पुराना नगर मुख्य मार्ग, भारती निकेतन, जनता क्वार्टर हनुमान मंदिर से स्वाभीमान चौक रचना नगर, चार मंदिर, मेहता मार्केट, सुभाष खेल मैदान, जोन कार्यालय, गोविंद गार्डन, अप्सरा, पंजाबी बाग, चंद्र स्वीट्स, परिहार चौराहा, अन्नपूर्णा भोजनालय, अशोका गार्डन थाना, संगम टेंट हाउस, भोपाल अकादमी से संतोषी माता मंदिर, पुष्पा नगर चौराहा, महामाई मंदिर, हबीबिया चौराहा, सुभाष कालोनी मुख्य मार्ग, स्टेशन रोड, चांदबड़, विजय नगर, सेमरा मंडी चौराहा, दुर्गा मंदिर, सौभाग्य नगर, सुभाष कालोनी मुख्य मार्ग, सम्राट कालोनी, राम जानकी मंदिर से स्वामी विवेकानंद पार्क नेहरू चौराहा पर संपन्न हुई। यात्रा शाम चार बजे से शुरू होनी थी, जो दो घंटे देरी से शाम छह बजे से शुरू हुई। रात नौ बजे तक निकली यात्रा के दौरान 200 से अधिक संगठनों ने फूलों की वर्षा से करके यात्रा का स्वागत किया।
श्री शिवमहापुराण कथा आज से सुनाएंगे प्रदीप मिश्रा
-चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने बताया कि भोपाल में पहली बार इतने वृहद स्तर पर धार्मिक आयोजन किया जा रहा है। पूज्य माता-पिता स्व. कैलाश नारायण सारंग व स्व. प्रसून सारंग की पुण्य स्मृति में सुप्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा के मुखारविंद से 10 जून से 14 जून तक दोपहर 2 से 5 बजे श्री शिवमहापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि पांच दिवसीय कथा में पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। कथा में पधारे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिये कथा स्थल पर व्यापक व्यवस्था की गई है।
कथा स्थल पर बाहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना शुरू
श्री शिवमहापुराण कथा में शामिल होने के लिए हजारों भक्त कथा पहुंचने लगे हैं, हालांकि अभी व्यवस्थाएं 100 प्रतिशत पूरी नहीं हुई हैं। शहर विभिन्न मंदिरों और धर्मशालाओं में उनके रहने व भोजन की व्यवस्था की गई है। वहीं कथा स्थल पर भी व्यापक व्यवस्था की गई है। कथा स्थल पर गर्मी से बचाने के लिए 300 से ज्यादा कूलर के साथ ही वाटर स्प्रिंकलर भी लगाए गए हैं। तीन बड़े डोम के आस-पास भी छोटे-छोटे टेंट लगाए गए हैं। कथा में पहुचने के लिए 11 द्वारों से प्रवेश की व्यवस्था की गई है। हर द्वार पर सहायता केंद्र बनाए गए हैं जहां सेवादार रहेंगे जो श्रद्धालुओं को कथा स्थल तक पहुंचने में मदद करेंगे। शहर से बाहर से आने वाले 50 हजार से ज्यादा स्थाई लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था होगी। वहीं दैनिक दिनचर्या के लिए 700 से अधिक शौचालय भी बनाए गए हैं।
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