सरकारी स्कूलों के छात्रों के हित में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का ऐतिहासिक निर्णय
कृष्ण कांत सोनी
भोपाल । विगत लम्बे समय से यह जन चर्चा थी कि सरकार शिक्षा विभाग को निजीकरण की ओर ले जा रही हैं। आज उक्त बात पर विराम लग गया जब प्रदेश के मुखिया की पहल पर मध्यप्रदेश सरकार के स्कूलों में अध्ययन रत बॉयो साइंस के बच्चों को प्रदेश के कुल मेडिकल कॉलेज और डेंटल कॉलेज में कुल सीट में से 5 फीसदी सरकारी स्कूलों के बच्चों से भरी जाना नियत कर दिया गया हैं।।
अब प्रदेश के सिर्फ सी एम राइज ही नही किसी भी सरकारी स्कूल के बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा।।
मध्यप्रदेश समग्र शिक्षक संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष सुरेशचंद्र दुबे ,प्रान्तीय संरक्षक मुरारीलाल सोनी ,प्रान्तीय महामंत्री नरेन्द्र दुबे,संजय तिवारी ,जे पी शुक्ला, महावीर प्रसाद शर्मा, अलका शर्मा ,बसन्त तिवारी ,संतोष जैन गुरुजी इत्यादि ने मुख्यमंत्री की इस अभिनव पहल पर उनका सरकारी स्कूलों के संरक्षण और छात्रों को निजी से सरकारी स्कूलों की ओर आकर्षित करने वाला निर्णय निरूपित करते हुए उनका आभार व्यक्त करते हुए साधुवाद ज्ञापित करते हुए इसी तर्ज पर प्रदेश के सभी आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय तथा नर्सिंग महाविद्यालय के साथ तकनीकी यांत्रिकीय महाविद्यालय (इंजीनियरिंग कॉलेज) के साथ सभी पॉलिटेक्निक कॉलेज में भी इंजीनियरिंग हेतु कुल सीट की 5 फीसदी सीट सरकारी स्कूलों के छात्रों हेतु आरक्षित करने का अनुरोध किया है।।
इससे प्रदेश भर के हजारों गरीब छात्रों को लाभ होगा जो प्रतिभा सम्पन्न होते हुए भी 4,6 अंकों से पिछड़ जाते थे,और अन्य विषय का अध्ययन करने मजबूर हो जाते थे।यह उन सबके लिए एक बड़ी सौगात है।।