भोपाल । प्रदेश के निजी कॉलेजों में छात्र बीएड की 32 हजार और एलएलबी 12 हजार रुपए सालाना फीस जमाकर अध्ययन कर सकेंगे। प्रदेश के 75 विधि कालेजों की प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति (एएफआरसी) ने तीन वर्ष की आगामी सत्र 2023-24, 2024-25 और 2025-26 फीस तय कर दी है। इनमें सबसे ज्यादा बीएड और विधि कालेजों की फीस तय हुई है। इसमें एलएलबी, एलएलएम, बीएएलएलबी और बीबीएएलएलबी कोर्स शामिल है। इस सत्र में किसी कोर्स की फीस में बढ़ोतरी नहीं की गई है। इसमें 32 हजार बीएड और एलएलबी में न्यूनतम फीस 12 हजार रुपये सालाना रखी गई है। बीएएलएलबी की न्यूनतम फीस 20 हजार रुपये सालाना निर्धारित की गई है। अभी व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित करने वाले लगभग 325 कालेजों की फीस तय होना शेष है। उनकी फीस तय करने की प्रक्रिया जारी है। कमेटी को कुल 697 प्राइवेट कालेजों फीस तय करना है। इनमें बीएड के 585 कालेज हैं।एएफआरसी ने व्यावसायिक पाठ्यक्रम (यूजी-पीजी) संचालित करने वाले 287 कालेजों की फीस तय कर दी है। इनमें बीएबीएड, बीएड, बीपीएड, बीएससी बीएड, एमएड, एमपीएड की फीस तय की गई है। इनमें सबसे ज्यादा बीएड के 236 कालेजों की फीस तय हुई है। इनकी फीस में परिवर्तन नहीं आया है। इसमें भोपाल के 29, इंदौर के सात, ग्वालियर के 35 कालेजों की फीस तय हुई है। एलएलएम की न्यूनतम फीस 18 हजार 800 रुपये सालाना निर्धारित की गई, तो अधिकतम सिर्फ इंदौर के एक कालेज की 77 हजार रुपये सालाना तय की गई है। वहीं, बीए एलएलबी कोर्स के लिए न्यूनतम शुल्क 20 हजार रुपये है, जबकि इंदौर के एक कालेज की 82 हजार 500 रुपये शुल्क निर्धारित की गई है। फीस कमेटी ने उच्च शिक्षा विभाग को बीएड कोर्ड संचालित करने वाले 66 कालेजों की सूची भेजी है। इन कालेजों की फीस तय नहीं हो पाई है। उन्होंने कमेटी में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की अनुमति पत्र और विश्वविद्यालय का संबद्धता प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिसके अभाव में शुल्क का निर्धारण नहीं हो पाया है। यदि ये कालेज यह दस्तावेज जमा नहीं करते हैं, तो उन्हें सत्र 2023-24 की काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर किया जाएगा। श्री सत्य साईं कालेज (बीएड पाठ्यक्रम), स्वामी विवेकानंद कालेज आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी (बीएड पाठ्यक्रम), बगलामुखी कालेज आफ एजुकेशन, विक्टोरिया कालेज आफ फिजिकल एजुकेशन(बीपीएड पाठ्यक्रम), विक्टोरिया कालेज आफ एजुकेशन (बीएड व एमएड पाठ्यक्रम) शामिल हैं। इस बारे में एएफआरसी के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी डा. डीए हिण्डोलिया का कहना है कि प्रदेश के 800 यूजी व पीजी व्यावसायिक पाठ्यक्रम, विधि सहित बीएड कालेजों की फीस का निर्धारण किया गया है। कालेजों की बैलेंस शीट देखने के बाद ही कमेटी सदस्यों ने फीस का निर्धारण किया है। इस सत्र में किसी भी पाठ्यक्रम के लिए फीस में वृद्धि नहीं की गई है। अभी अन्य कालेजों की फीस तय करना बाकी है।
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