नईदिल्ली।जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस में तीखी झड़प हुई है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, झड़प के दौरान महिला पहलवान विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत का सिर फट गया। जबकि एक अन्य रेसलर राहुल भी हाथापाई में घायल हुआ है। घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर बैरिकेड लगा दिया है। धरना स्थल पर आने – जाने पर रोक लगा दी गई है।
जंतर मंतर पर बुधवार देर रात हुए बवाल के बाद गुरुवार 4 मई को सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहलवानों ने कहा कि उनकी लड़ाई सरकार या विपक्ष से नहीं है, उनकी लड़ाई बृजभूषण शरण सिंह से है। महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, मुझे गाली दी गई, पुलिस का व्यवहार आक्रमण वाला था, हमने बेड मंगवाया था, जिसको लेकर पुलिस ने मारपीट की और अभद्रता की, रात में ही शिकायत की है, पुलिस वाले नशे में थे, वह अपना मेडल वापस करने को तैयार हैं, वह मेडल के साथ जान भी दे देंगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बजरंग पुनिया ने कहा कि अगर खिलाड़ियों की सुनवाई नहीं हो सकती और न्याय नहीं मिल सकता, तो उनके मेडल और पुरस्कार सरकार वापस ले ले, हम सरकार को अपना मेडल वापस कर देंगे, ऐसे मेडल का हम क्या करेंगे ?
घटना की जानकारी मिलने के बाद धरना स्थल पर विपक्षी नेताओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पहुंचे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज और आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप को हिरासत में ले लिया है।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने बुधवार रात जंतर-मंतर पर पहलवानों के साथ हुई घटना को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर गुरूवार को रेसलर्स के समर्थन में जंतर-मंतर आने का ऐलान किया है। आजाद ने लिखा, दिल्ली में जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण तरीके से न्याय के लिये संघर्ष कर रही देश को कई मेडल दिलाने वाली बेटियों पर दिल्ली पुलिस का लाठीचार्ज बहुत ही कायराना व शर्मनाक कृत्य हैं। उनके आंदोलन को बदनाम नही कर पाए तो अब लाठियों से उनके हौसले तोड़ना चाहती है आपकी पुलिस, लेकिन याद रहें इन बेटियों के साथ पूरा देश खड़ा है। बहनों के सम्मान में कल मैं जंतर मंतर जाऊंगा।
दिल्ली पुलिस के साथ हुई हाथापाई को लेकर पहलवानों ने प्रेस कांफ्रेंस किया और आरोपी की झड़ी लगा दी। महिला पहलवान विनेश फोगाट ने मीडिया को बताया कि पुलिसकर्मियों ने उनके भाई पर हमला किया। एक अस्पताल में है। जबकि दूसरा घायल पहलवान जमीन पर गिरकर बेहोश हो गया। विनेश रोते हुए बोलीं कि क्या इसी दिन के लिए हम देश के लिए मेडल लेकर आए थे। पुलिस हमारे साथ बर्बरता कर ही है। इस दौरान एक अन्य महिला रेसलर साक्षी मलिक भी फूट-फूट कर रोने लगीं।
इस घटना को लेकर पहलवान बजरंग पुनिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। पुनिया ने गृहमंत्री को पत्र लिखकर उनके सामने चार मांगे रखी हैं। उन्होंने पहलवानों पर हमला करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने और वॉटरप्रूफ टेंट लगाने की अनुमति देने की मांग की है।
वही ट्यूटर पर राहुल गांधी ने एक वीडियो पोस्ट कर लिखा-देश के खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बहुत ही शर्मनाक है।बेटी बचाओ बस ढोंग है।असल में भाजपा भारत की बेटियों पर अत्याचार करने से कभी पीछे नहीं हटी है।