किसान राधेश्याम ने दो एकड़ जमीन लीज पर लेकर स्वीट कॉर्न की खेती की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने 6 महीने के अंतराल में दो बार फसलों का उत्पादन ले लिया है. इससे उन्हें लाखों का मुनाफा हासिल हुआ है. उनके मुताबिक, स्वीट कॉर्न की खेती में कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है.
किसान परंपरागत फसलों को छोड़ अब नई-नई फसलों की खेती की तरफ तेजी से रूख कर रहे हैं. इसी कड़ी में हरियाणा और पंजाब के किसानों के बीच स्वीट कॉर्न की खेती तेजी से लोकप्रिय हुई है. हरियाणा के फतेहाबाद जिले के नाढोडी के प्रगतिशील किसान राधेश्याम स्वीट कॉर्न की खेती से बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं.
दो एकड़ जमीन लीज पर लेकर शुरू की स्वीट कॉर्न की खेती
किसान राधेश्याम ने दो एकड़ जमीन लीज पर लेकर स्वीट कॉर्न की खेती की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने 6 महीने के ही अंतराल में दो बार फसलों का उत्पादन ले लिया है. इससे उन्हें लाखों का मुनाफा हासिल हुआ है. उनके मुताबिक, स्वीट कॉर्न की खेती में कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है.
लागत से 5 और 6 गुना ज्यादा मुनाफा
राधेश्याम बताते हैं कि स्वीट कॉर्न की खेती में अन्य फसलों के मुकाबले कम लागत लगती है. एक एकड़ में सिर्फ 25- 30 हजार रुपये ही खर्च करने होते हैं. लागत से 5 से 6 गुना ज्यादा मुनाफा हो जाता है.
बता दें कि स्वीट कॉर्न मक्के की ही मीठी किस्म है. इसके पकने से पहले ही दूधिया अवस्था में इसकी कटाई कर ली जाती है. भारत से दूसरे देशों में भी स्वीट कॉर्न का निर्यात होता है. ऐसे में स्वीट कॉर्न की खेती से किसान बढ़िया आमदनी हासिल कर सकते हैं.
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
स्वीट कॉर्न पूरी दुनिया में उगाई जाने वाली फसल है. मक्का को खरीफ फसल के रूप में भी जाना जाता है. कई क्षेत्रों में इसे धूप में भी उगाया जाता है. इसके लाभकारी गुणों के कारण इसका उपयोग आज मानव भोजन के रूप में पहले से कहीं अधिक किया जाता है.
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