प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना गरीबों के लिए बनीं छलावा,दलालों के जरिए अधिकारी मोटा लेनदेन कर जमकर कमाई
–अपात्र उनके बने आवास पहली दूसरी और तीसरी किस्त के लिए नगर पालिका कार्यालय के चक्कर काट रहे गरीब मजदूर हम्माल
शिवलाल यादव रायसेन
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही पीएम आवास महत्वकांक्षी योजना गरीब मजदूरों के लिए अब छलावा साबित हो रही है नगर पालिका कार्यालय में इंजीनियर से लेकर अधिकारी दलालों के मार्फत मोटा कमीशनखोरी करके अपात्रों को पीएम आवास योजना का फायदा दिलाया जा रहा है जिससे गरीब बेहद परेशान है ।कई मजदूर गरीब पात्र हितग्राहियों को नगरपालिका कार्यालय रायसेन के चक्कर काट के परेशान आ चुके हैं ।जबकि अपात्रों को पहली दूसरी और तीसरी किश्तों का लाभ मिल चुका है।नपा में भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों के आपसी विवाद के बाद अफसरों में जंग शुरू हो गई।वर्तमान नपा सीएमओ और तत्कालीन सीएमओ के बीच प्रधानमंत्री आवास योजना बनी गले की फांस, दो सीएमओ में लड़ाई ठन गई है।ऐसे में दोनों पर हो सकती है दण्डात्मक कार्रवाई।
सीएमओ का आरोप: प्रभारी सीएमओ की गलती…..
बेगमगंज के सीएमओ बी शर्मा को रायसेन नपा परिषद में प्रभारी सीएमओ की कमान सौंपी गई थी।वर्तमान नपा सीएमओ रायसेन सुधीर कुमार सिंह के बीच पहले पीएम आवास योजना में हुए गड़बड़ झाले को लेकर ठन गई है।
ऐसे हुआ था घोटाले का खुलासा…..
कुटीरों के आवंटन में शिकायत होने की जानकारी जब कलेक्टर अरविंद दुबे एसडीएम एलके खरे को कुछ भाजपा कांग्रेस पार्षदों के ज्ञापन सौंपने के समय मिली तो उन्होंने इसकी जांच का जिम्मा अपर कलेक्टर आदित्य कुमार रिछारिया को सौंपा। उन्होंने जब इस मामले की जांच की तो सामने आया कि बड़े स्तर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर कुटीरें पात्र हितग्राहियों को न देकर अपात्र हितग्राहियों को दिया। पात्र हितग्राहियों को न देकर अपात्र को कुटीर की किस्त बांट दी।एडीएम आदित्य रिछारिया ने यहां हुए घोटाले को पकड़ा। उनको वहां इस पूरे घोटाले में सीएमओ, इंजीनियर, पीएम आवास शाखा के प्रभारी सहित कई कर्मचारियों की संदिग्ध भूमिका पाई गई थी। उन्होंने कार्रवाई बतौर एक कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस दिया। तब तत्कालीन उपयंत्री पीके साहू को कारण बताओ नोटिस मिला तो वे भी पन्द्रह दिन का अवकाश चले गए। हाल ही में अपर कलेक्टर आदित्य कुमार रिछारिया ने पूर्व में आरोपों की वजह से दूसरे कार्यालय में भेजं गए कर्मचारी में भी बेहद गुस्सा देखा जा रहा है। उक्त कर्मी का कहना था कार्यवाही मेरे खिलाफ कराने के आदेश एडीएम ने दिए हैं तो उससे पहले नपा रायसेन के संबंधित दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों को भी निलंबित किया जाए।
कार्यवाही से बचाया जा रहा इंजीनियर पीके साहू को इस घोटाले के जिम्मेदार ठहराए जा रहे प्रभारी सीएमओ शर्मा ने भी निर्माण शाखा नपा के उपयंत्री पीके साहू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।इस दौरान इंजीनियर साहू को पीएम आवास योजना का प्रभार सौंपा गया था।तत्कालीन सीएमओ आरडी शर्मा और नपा प्रभारी सीएमओ ब्रजेन्द्र कुमार शर्मा पूर्व परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण रायसेन पीके चावला से मौखिक शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री योजना में हुई गड़बड़ी का जिम्मेदारों पर पीएम आवास योजना में गड़बड़ी का ठीकरा फोड़ा था।सीएमओ धाकड़ को बताया था। नपा सीएमओ सिंह का कहना था कि तत्कालीन दोनों सीएमओ ने अपनी जिम्मेदारियों से बचकर दूसरे को फंसाने का प्रयास कर रहे हैं। मैंने तो उक्त योजना में ईमानदारी से काम किया।
जियो टेकिंग में लापरवाही....
सूत्रों ने बताया कि इन दोनों उपयंत्रियों द्वारा पात्र हितग्राहियों के जिओ टैगिंग व एमआइएस कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है। कर्मचारी सुरेंद्र कुमार अवकाश पर चल रहे हैं।जिससे हितग्राहियों को समय पर किस्त नहीं मिल पा रही है। पीएम आवास के सभी कार्य तत्कालीन सीएमओ शर्मा की वजह से पिछड़ रहे हैं। कई बार समझाया।लेकिन डूडा अधिकारी पीके चावला ने कई बार समझाइश दी पर वे अपने काम को सुधारने के लिए तैयार नहीं रहे । इन दोनों की वजह से प्रधानमंत्री आवास योजना और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें कम नहीं हो रही है बल्कि बढ़ती जा रही है। नागरिकों ने नपा परिषद के दोनों उपयंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई कर इनको यहां से हटाकर दूसरे उपयंत्री भेजे जाएं इससे समय-सीमा में रायसेन में पीएम आवास योजना का संचालन सही ढंग से हो सके।
नगरपालिका परिषद रायसेन पीएम आवास योजना को लेकर कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। सबसे पहले निर्दलीय रूप से जीतकर नपाध्यक्ष जमना सेन अध्यक्ष बने।उन्होंने पीएम आवास गरीब पात्र हितग्राहियों को रायसेन शहर में जमकर फायदा दिलाया गया है।दूसरी बार भी ओबीसी महिला सीट नपाध्यक्ष की होने की वजह से उनकी धर्मपत्नी सविता सेन चुनी गई हैं। नपा उपाध्यक्ष मीना दीपेंद्र सिंह कुशवाह को मनोनीत किया गया है।नेताप्रतिपक्ष वार्ड 6 कांग्रेस पार्षद प्रभात चावला को बनाया गया है।
ये है गड़बड़ी का सारा मामला…..
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत रायसेन शहर में डीपीआर 830 में आवास बनना है।, जिनका काम कुछ धीमा है। इसी बीच इस योजना के तहत कुटीर दिए जाने की योजना को नगरपालिका परिषद के चुनाव होने के बाद गति दी गई। इस गति का परिणाम यह रहा कि अधिकारियों व कर्मचारियों ने कुटीर बनाने के नाम पर बड़ा गड़बड़ झाला किया, जिसमें पात्र हितग्राहियों की जगह अपात्र हितग्राहियों को कुटीर दे दी थी। इसके साथ ही कई महिलाओं के पतियों के नाम तक बदल दिए। एक ही वार्ड में 119 कुटीर आवंटित कर दी थी। जिसको लेकर शिकायतों का दौर चला। उधर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले में कुटीरों का आवंटन सही नहीं हुआ और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहम मकान भी नहीं बन पाए।
एक अधिकारी जहां एक ओर पार्षदों के आपसी आरोप-प्रत्यारोप और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री आवास योजना के कुटीर और किस्त आंवटन में हुए घोटाले की जांच होती कि इससे पहले सीएमओ दो सीएमओ एक के बाद एक तबादले करवाकर यहां से रिलीव होकर चले गए । वे लौटकर तो नहीं आए उनवहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के काम में ढिलाई बरते जाने पर विदिशा रायसेन लोस सीट के भाजपा के सांसद रमाकांत भार्गव स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत किए जा रहे काम पर नाराजगी जाहिर की थी ।उन्होंने इसके लिए दोषी अधिकारी व नपाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।