–शव के ऊपर से गुजरी कई ट्रैने, मानवता हुई शर्मसार
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
गुरुवार को सलामतपुर स्टेशन के पास मानवता को शर्मसार करने वाला घटनाक्रम देखने को मिला, जहां एक आदिवासी युवक की सुबह 4 बजे के लगभग ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो जाती है। लेकिन उसका शव सुबह 9 बजे पांच घंटे तक रेलवे लाइनों के बीच में पड़ा रहता है और उसके ऊपर से कई ट्रेनें गुज़रती जाती हैं। मगर ज़िम्मेदार रेलवे अधिकारियों की नज़र युवक के शव पर नही पड़ती जिसकी वजह से युवक का शरीर कई टुकड़ों में बट गया।सलामतपुर थाने के एसआई जीएस तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार सुबह 8 बजे सलामतपुर स्टेशन मास्टर ने सूचना देते हुए बताया कि रेलवे ओवरब्रिज के नीचे मुंबई दिल्ली रेलवे ट्रेक की मिडिल रेलवे लाइन के खंबा नम्बर 872/1 पर किसी युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और शव को रेलवे लाइनों के बीच से हटवाकर सांची स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं पुलिस ने मर्ग क्रमांक 42/22 का मामला दर्जकर जांच में लिया है।
ट्रेन में फसकर 100 मीटर तक घिसटता गया युवक का शव-–
देवेंद्र सुबह चार बजे के लगभग राजीवनगर से सलामतपुर की और जा रहा था। रेलवे ओवरब्रिज के आगे लाइन क्रॉस करने के चक्कर में ट्रेन की चपेट में आ गया। बताया जा रहा है कि युवक घटनास्थल से लगभग 100 मीटर दूर ट्रेन की चपेट में आया था। लेकिन उसका शव ट्रेन में फसकर घिसटता हुआ रेलवे ओवरब्रिज के नीचे तक पहुंच गया।
दोस्त को मोबाइल लगाया तब हुई शिनाख्त
— पुलिस को घटनास्थल के पास ही युवक का टूटा हुआ मोबाइल मिला था। सलामतपुर थाने के एसआई जीएस तोमर ने टूटे हुए मोबाइल में से सिम निकालकर अन्य मोबाइल में लगाई तो उसमें मृतक के दोस्त शिवम का नम्बर मिला। उसको फ़ोन लगाया तो मृतक की पहचान देवेन्द्र भील पिता नारायण भील उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम फतेहपुर थाना सूखी सेवनिया जिला भोपाल हाल निवासी सैय्यद सईद हैदर चांद भाई के फार्म हाउस राजीवनगर सलामतपुर के रूप में हुई। तत्काल परिजनों को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया तो उन्होंने भी मृतक की पहचान अपने पुत्र देवेन्द्र भील के रूप में की। पिता नारायण भील ने बताया कि हम लोग रात में लगभग साढ़े आठ बजे खाना खाकर सो गए थे। में सुबह चार बजे उठा था तो देवेन्द्र घर पर नही था। मेने सोचा कि शौचालय वगैरह गया होगा। कुछ देर बाद मोबाइल भी लगाया तो वो भी बंद आ रहा था। फिर सुबह पुलिस ने देवेन्द्र के ट्रेन से कटने की सूचना दी।
परिवार के साथ 5 वर्षों से सलामतपुर में रह रहा था युवक-–
देवेन्द्र भील अपने माता पिता और 2 भाई व 1 बहन के साथ लगभग 5 वर्षों से सलामतपुर में रह रहा था। यहां पर पूरा परिवार सैय्यद सईद हैदर चांद भाई के फार्म हाउस व वेयर हॉउस पर देखरेख का कार्य करता है। पिता नारायण भील ने बताया कि उनका पुत्र देवेन्द्र बहुत ही मेहनती और घर में सबका लाडला था। अचानक हुए हादसे से परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। देवेन्द्र के मौत की सूचना मिलते ही परिवार में मातम का माहौल छा गया।