–सितंबर माह के अंतिम रविवार को
मनाया जाता है ‘बिटिया दिवस’
सतीश मैथिल सांचेत
हर साल के सितंबर महीने के आखिरी रविवार को डॉटर्स डे यानी बिटिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष 25 सितंबर मनाया जाएगा। बिटिया दिवस मनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य है बेटियों को भी बेटे के समान ही महत्व व सम्मान दिया जाए। इस खास दिन पर बेटियों को उनकी उपलब्धियों और उनके महत्व के बारे में बताया जाता है। साथ ही बेटियों को यह अहसास कराया जाता है कि वह बेटों से किसी भी तरह कम नहीं है। जिन परिवारों में बेटियां होती है, उन्हें माता-पिता कोई उपहार देते हैं। उनके साथ जश्न मनाते हैं।
भारत में बेटियों को अलग महत्व दिया जाता है। बीते जमाने में बेटियों का बचपन में ही हाथ पीले कर दूसरे घर भेज दिया जाता था। उनकी भूमिका सिर्फ रसोई घर तक सीमित रह जाती थी। देश में आज भी कई स्थानों पर आंशिक रूप से यह कुप्रथा जारी है, लेकिन एक बड़े तबके की सोच बदल चुकी है, इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए भी बेटी दिवस का काफी महत्व है।
ऐसे मनाना चाहिए बिटिया दिवस
माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्य अपनी प्यारी बेटी को गिफ्ट दे सकते हैं।घर पर बेटी की पसंद का विशेष व्यंजन बना सकते हैं या खाने के लिए होटल में लेकर जा सकते हैं।कुछ समय निकालकर बेटियों के साथ कुछ अच्छा समय बिताएं.बेटियों को यह बताना चाहिए कि वे लड़कों से कम नहीं हैं और वे माता-पिता के के लिए जीवन में क्या महत्व रखती है।
माता-पिता को यह बताना चाहिए कि बेटे तथा बेटियों को कैसे समान रूप से प्यार और सम्मान करते हैं।
माता-पिता को यह भी बताना चाहिए कि बेटियों को किसी भी तरह डरना नहीं है और हर समस्या का डटकर मुकाबला करना चाहिए।