परिजनों के जाने के बाद भी उनकी याद में अगर पौधारोपण किया जा रहा है तो लगता है हम उनके जाने के बाद भी सेवा कर रहे हैं-मनोज पांडे
विदिशा। जीवन भर हम अपने माता पिता परिजनों की सेवा तो करते ही हैं लेकिन उनके जाने के बाद भी अगर उनकी याद में हम इस धरा पर पौधा रोपण करते हैं तो ऐसा लगता है की हम अपने परिजनों की सेवा निरंतर कर रहे हैं।
उक्त उद्गार मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे ने सोमवार को शहर के जाने-माने समाजसेवी दिवंगत ओथ कमिश्नर केपी श्रीवास्तव के प्रथम पुण्यतिथि पर कहें। उन्होंने आगे कहा कि हम जो आज पौधारोपण कर रहे हैं वह आने वाली पीढ़ियों के लिए सुखदाई फलदाई और जीवनदायी बनेगा क्योंकि इसी प्रकार हमारे परिजनों के द्वारा रोपित वट वृक्षीय पौधे हमें भी अमृत रूपी वायु प्रदान कर रहे हैं। संस्था सचिव मनोज पांडे के मुताबिक हम अपने पूर्वजों परिजनों के द्वारा बताए मार्ग पर ही चल रहे हैं और उनके जाने के बाद सच्ची श्रद्धांजलि और उनके सेवा का सबसे बड़ा उदाहरण उनकी याद में पौधारोपण ही है।
गौरतलब है कि शहर के जाने-माने एडवोकेट समाजसेवी धार्मिक गतिविधियों से जुड़े रहे और श्री बालाजी मंदिर के प्रांगण में वाटिका का निर्माण करने में सहयोग करने वाले शहर के ओथ कमिश्नर स्वर्गीय केपी श्रीवास्तव के सहयोग से ही पूरा हुआ था और आज हम उनकी याद में मुक्तिधाम परिसर में पौधारोपण कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान उनके बड़े बेटे शिक्षक संजय श्रीवास्तव एवं भाजपा आईटी सेल के प्रमुख संयोग श्रीवास्तव ने कहा कि मुक्तिधाम में परिजनों की याद में रोपे गए पौधों की देखभाल बिल्कुल परिजनों की ही तरह की जाती है इसलिए हम अपने पिता की आज प्रथम पुण्यतिथि पर पौधारोपण करके उन्हें हरितमय श्रद्धांजलि प्रदान कर रहे हैं। इतिहासकार गोविंद देवलिया ने कहा कि मुक्तिधाम से ही पौधारोपण की परंपरा जो शुरू की गई है वह पूरे शहर में अलख जगा रही है यहां वैवाहिक वर्षगांठ जन्मदिन एवं अपने परिजनों की यादों में ना केवल पौधारोपण किया जाता है बल्कि पूरे वर्ष भर उनकी देखभाल और चिंता भी की जाती है। वरिष्ठ शिक्षक पंडित विजय चतुर्वेदी ने कहा कि मैंने अपने शिक्षा काल में जितने पौधे नहीं रुपए उसने मुक्तिधाम से जुड़ने के बाद उन्हें जमीन पर उतारा है और मुक्तिधाम आज शहर में पर्यावरण का सबसे बड़ा उदाहरण बनकर हमारे सामने।
वट वृक्ष को नमन कर लगाए औषधीय पौधे
मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे के मुताबिक सोमवार को कमाल का संयोग है जहां वट सावित्री सोमवती अमावस्या एवं शनिचरी अमावस्या का समागम है सनातनी परंपराओं में अपने पति की लंबी आयु के लिए सुहागिनें वट वृक्ष की पूजा करती हैं इसलिए मुक्तिधाम में पहले से ही वटवृक्ष रोपित किए गए हैं आज उनका पूजन और नमन करके सभी ने पेड़ों से निकलने वाली अमृत अमूल्य वायु का संचार पूरी कायनात में करने की ईश्वर से प्रार्थना की। इस अवसर पर पलाश, कैथ ,अशोक ,ऊमर, सेमल आदि औषधीय पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर स्वर्गीय केपी श्रीवास्तव की याद में काग उद्यान में कागो को पशु पक्षियों को आहार की व्यवस्था भी की गई। कार्यक्रम के दौरान मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे संजय श्रीवास्तव संयोग श्रीवास्तव गोविंद देवलिया पंडित विजय चतुर्वेदी आशीष श्रीवास्तव अक्षय श्रीवास्तव अभिषेक श्रीवास्तव विशाल श्रीवास्तव गौरंग राय मोहित राठौर संतोष गुप्ता रुपेश तिवारी सत्यम ताम्रकार आदि लोग मौजूद थे।
न्यूज सोर्स- मनोज पांडे सचिव मुक्ति धाम सेवा समिति विदिशा