उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने पद्मश्री से सम्मानित बैगा चित्रकार जोधइया बाई के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया
भोपाल ।उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ बैगा चित्रकार जोधइया बाई के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 82 वर्षीय जोधइया बाई, विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय की वरिष्ठ चित्रकार थीं। मध्यप्रदेश के बैगा बहुल गाँव लोढ़ा, जिला उमरिया की निवासी जोधड्या बाई को 22 मार्च, 2023 को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कला क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। वर्ष 2022 में भी पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने श्रीमती जोधइया बाई को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया था।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि जोधइया बाई ने अपना सफर जनजातीय कला को रंगों से सजाने से शुरू किया। उनके चित्रों में स्थानीय देवी देवताओं, पशु-पक्षियों की झलक देखने को मिलती है। चित्रों का रंग संयोजन इतना आकर्षक होता है कि देखने वाले बस देखते रह जाते हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभ में उनके जीवन का लम्बा समय अभावों में मजदूरी करते हुए बीता।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि जोधइया बाई पढ़ी-लिखी नहीं थीं और ना ही वे कला के मानकों मूल्यों के बारे में कुछ जानती हैं। उनकी अद्भुत कला-प्रतिभा को संसार के समक्ष लाने का श्रेय एक स्थानीय कला प्रेमी श्री आशीष स्वामी को जाता है। श्री स्वामी ने उनकी चित्रकारी को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए इटली की गैलेरिया फ्रांसिस्को जनूसो संस्था से संपर्क किया। इटली के मिलान से लेकर फ्रांस, इंग्लैंड, अमेरिका और जापान तक श्रीमती जोधइया बाई की चित्रकला प्रदर्शित हो चुकी है। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और शोक संतप्त परिवार को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।