-रात के अंधेरे में धड़ल्ले से गड़गड़ा रही बोरिंग मशीने
-जिम्मेदारो की मुक सहमति,नही कर रहे कार्रवाही
नीलेश पटेल रायसेन
रायसेन जिले के कलेक्टर के आदेश की उड़ाई जा रही है धज्जियां प्रतिबंध के बाद भी उदयपुरा में अबैध बोरवेल मशीन चल रही है ।रात के अंधेरे में धड़ल्ले से गड़गड़ा
रही बोरिंग मशीने मन माने रेड के साथ चल रही है।
अवैध बोर मशीन की जानकारी मीडिया के माध्यम से तहसीलदार महोदय को फोन लगाया जाता है तहसीलदार महोदय द्वारा कोई रिस्पांस नहीं दिया जाता
रायसेन कार्यालय कलेक्टर जिला रायसेन ने आदेश निकाला था आदेश का दिनांक 08/04/2024 को बोरवेल मशीनों को प्रतिबंध लगाया था जिसके बाबजूद उदयपुरा में बोरबेल उदयपुरा में चल रही है
प्रतिबंध के बाद भी जगह जगह अबैध बोरवेल मशीन चल रही है रायसेन जिले के उदयपुरा तहसीलों के खेत में बोर मशीन चल रही थी जिसका वाहन क्रमांक MP 38 AB 6438 है कलेक्टर रायसेन ने 08/04/2024 को प्रतिबंध लागया था पेयजल परिरक्षण अधिनियम1986 की धारा (3) के अंतर्गत प्रतिबंध लगाया गया था जिसमें प्राइवेट ट्यूबवेल नलकूप हेड पंप खनन नहीं किया जाएगा बावजूद भी उदयपुरा में बोर मशीन बड़े धड़ल्ले से चल रही हैं
रात के अंधेरे में धड़ल्ले से गड़गड़ा रही बोरिंग मशीने माने रेड के साथ
रायसेन जिले में प्रशासन ने बोर् खनन पर रोक लगाई है। इसके बाद भी रात के अंधेरे में बोर कराया जा रहा है। वहीं रोक लगाने के बाद मशीन संचालक ने बोरिंग के रेट बढ़ा दिए हैं। अब लोगों को अवैध तरीके से बोरिंग कराने के लिए ज्यादा पैसे देने पड़ रहे हैं।
वहीं जिम्मेदार बेपरवाह हैं
पिछले माह जिला प्रशासन द्वारा बोर उत्खनन प्रतिबंधित कर दिया गया था। फिर भी इसका पूरी तरह पालन नहीं हो पा रहा है। प्रतिबंध से पहले बोर उत्खनन का रेट 80 से 85 रुपए फीट के हिसाब से बोरिंग की जा रही थी लेकिन प्रतिबंध के बाद बोरिंग का रेट बढ़ाकर 120 से 140 रुपए फीट कर दिया गया है। यह काम पूरी तरह सेटिंग से चल रहा है। इसके लिए पहले बोर उत्खनन के लिए संपर्क किया जाता है। इसके बाद तय स्थान को देखा जाता है। तब रात के रात अंधेरे में बोर मशीन तय स्थान पर पहुंचती हैं। इसके लिए उनका पूरा नेटवर्क सक्रिय रहता है। अब देखना यह है रायसेन जिले के कलेक्टर इन अवैध बोरवेल मशीनों पर क्या कार्रवाई करते हैं