शहर में सोमवार की अपेक्षा मंगलवार को अधिकतम पारे में 1.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने के साथ 44 डिग्री पर पहुंच गया। सुबह से लेकर दोपहर करीब 12.30 बजे तक बादल भी छाए रहे। इससे गर्मी तो कम लेकिन उमस से बेहाल कर दिया। स्थिति यह है कि गर्मी के शिकार होकर हर दिन मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं
गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री और न्यूनतम तापमान 32 दर्ज किया गया। तापमान बढ़ने से हालत यह है कि सूरज ने दोपहर एक बजे से ही रौद्र रूप दिखाने लगता है।
दिन के समय बाजार में लोग बहुत जरूरी काम होने पर ही बाहर निकल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गर्मी में विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। खासकर बच्चों का खास ध्यान रखना चाहिए।
इस तरह बढ़ा तापमान
मंगलवार सुबह आसमान साफ रहने के कारण सुबह 8 बजे अधिकतम तापमान 29 डिग्री, 10 बजे 31 डिग्री, 11 बजे 33 डिग्री, 12 बजे 37 डिग्री, 1 बजे 42 डिग्री और दोपहर 2 बजे 44 डिग्री पहुंच गया।
गर्मी से बेहाल रहे लोग
पारा 44 डिग्री पर पहुंचने के कारण दिनभर झुलसाने वाली हवाएं चलीं। इस वजह दिन के समय जहां बाजार सूनी रहे, वहीं इंदिरा गांधी चौराहा, अवंती बाई चौराहा, परेड चौराहा दिन के समय सूने नजर आए।
बहुत गर्मी, एहतियात जरूरी
जिला अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ केके गुप्ता के मुताबिक गर्मी ज्यादा बढ़ने से शरीर में पानी कम होने लगता है। इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। पेट, दर्द, बदन दर्द सहित चक्कर आना, बेहोशी, उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
लोगों को धूप से बचने के प्रयास करना चाहिए। यदि गर्मी में निकलना जरूरी हो तो गमछे आदि से सिर व चेहरा ढक कर निकले। जितना ज्यादा हो सके पानी पिये। नमक, शक्कर का घोल बनाकर दिन में कई दफा पीना चाहिए। इससे शरीर में नमक-शक्कर की कमी नहीं होगी। ब्लड प्रेशर के मरीजों को ज्यादा गर्मी में एहतियात बरतना चाहिए। गर्मी में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है।
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