मुंबई की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने डॉन छोटा राजन को उम्रकैद की सजा सुनाई है. मुंबई के जया शेट्टी हत्याकांड में छोटा राजन को सजा सुनाई गई है. साल 2001 में जया शेट्टी पर मुंबई के ग्रांट रोड पर छोटा राजन के गुर्गों ने फायरिंग की थी. जया शेट्टी से छोटा राजन ने फिरौती की मांग की थी, लेकिन उसे फिरौती नहीं दी गई. इसके बाद छोटा राजन ने जया शेट्टी पर फायरिंग करवाई.
अक्टूबर 2015 में इंडोनेशिया में गिरफ्तारी के बाद भारत निर्वासित होने के बाद छोटा राजन दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव है. छोटा राजन को बाली हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था. उसे 2015 में भारत प्रत्यर्पित किया गया था और तब से वह तिहाड़ जेल में बंद है.
कभी मुंबई की डी-कंपनी में टॉप लेफ्टिनेंट रहा छोटा राजन का 1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद दाऊद इब्राहिम से झगड़ा हो गया था. राजन को डॉन छोटा शकील द्वारा कई बार जान से मारने की धमकियां भी मिलती रही हैं. 1993 मुंबई हमलों के बाद दाऊद और छोटा राजन अलग हो गए थे. 1994 में राजन के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था, लेकिन यह अनुमान लगाया गया था कि दाऊद से अलग होने के बाद से वह डी-कंपनी के कामकाज की अंदरूनी जानकारी के साथ एजेंसियों की मदद कर रहा था.
दो दशक से था फरार
लगभग दो दशकों तक फरार रहने के बाद छोटा राजन को 2015 में पकड़ा गया. वह सिडनी से बाली हवाई अड्डे पर पहुंच ही था कि उसे अरेस्ट कर लिया गया. कथित तौर पर उसके पास मोहन कुमार नाम का पासपोर्ट था, लेकिन उसने आव्रजन अधिकारियों को अपना असली नाम राजेंद्र सदाशिव बताया.
जया शेट्टी की बात करें तो वह मध्य मुंबई के गामदेवी में गोल्डन क्राउन होटल की मालिक थीं. उन्हें छोटा राजन गिरोह से रंगदारी के लिए फोन आ रहे थे. 4 मई 2001 को उनके होटल के अंदर छोटा राजन गिरोह के दो सदस्यों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी. धमकियों के चलते महाराष्ट्र पुलिस ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई थी. हालांकि, हत्या से दो महीने पहले ही उनकी सुरक्षा हटा ली गई थी.