पीडब्ल्यूडी कार्यपालन अभियंता ने भी तत्काल रिक्त करने के दिये आदेश
यशवन्त सराठे बरेली रायसेन
बरेली के शासकीय आवासों एवं शासकीय भूमियों पर अवैध निर्माण एवं कब्जे का कारोबार खूब फल-फूल रहा है।
अपनी-अपनी ढपली , अपना-अपना राग वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।बारना कलोनी बाड़ी हो या बरेली, शासकीय स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग के आवास हो सभी में नेताओं का सरक्षणअधिकारियों की मिलीभगत से रिटायर्ड हो चुके कर्मचारी एवं उनके रिश्तेदार अनधिकृत रूप से बर्षो से शासकीय आवास में निवास कर रहे हैं। न तो पीडब्ल्यूडी अधिकारी ओर न ही सम्बन्धित विभागो के अधिकारियों ने आपत्ति उठाने की जुर्रत की।
लेकिन जैसे ही एसडीएम संतोष मुद्गल जी के संज्ञान में यह आवास मामला आया तो उन्होंने ऐसे सभी अनधिकृत व्यक्तियों को नोटिस जारी कर सात दिन के अन्दर खाली करने के निर्देश जारी करते हुए लिखा कि यदि खाली नहीं करते हैं तो कार्यवाही की जायेगी।
आपको वता दे कि रीतेश चौरसिया संविदा डाटा एंट्री ऑपरेटर सिविल अस्पताल बरेली को रईसुद्दीन चालक द्वारा रिक्त शासकीय एच टाईप आवासगृह अस्थाई तौर पर आवंटित किया गया था।जबकि चौरसिया का निजी मकान बरेली नगर में हैं फिर कैसे आवंटित किया गया।
चूंकि मप्र शासन गृहविभाग के द्वारा इनकी पदस्थापना सिविल अस्पताल बाड़ी में की गयी है। मुख्यालय से बाहर रहने के कारण आवास आवंटित करने की पात्रता नहीं है फिर भी यह अनधिकृत रूप से निवास कर रहे हैं।
ऐसे ही महेंद्र कुमार साहू का बरेली में निजी मकान होने के वावजूद पिपरिया रोड पर बारना कालोनी के शासकीय आवास एच टाईप में न अनधिकृत रूप से निवास कर रहें हैं।ऐसे एक नहीं अनेकों उदाहरण है स्वास्थ्य विभाग के आवास पार्क के पीछे रिटायर्ड हो गये कर्मचारियो के निजी मकान होने के वाद भी खाली करने का नाम नहीं ले रहे हे क्योंकि अधिकारियों से सांठगांठ कर कब्जा जमाये हुए हैं।
यही हाल सब्जी वाजार में वने शासकीय आवास में एडीआई आफिस छोटी मस्जिद के पीछे कर्मचारी रह रहे हैं अनेक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने पक्के निर्माण तक कर डालें है पुरानी कन्याशाला सब्जी वाजार में पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी की मृत्यु होने के वाद भी उसी आवास में पक्का निर्माण कर बर्षो से रह रहे हैं । वहीं राम लाल साहू टाकीज के पीछे शासकीय कुआं को नष्ट कर अवैध रूप से परिषद की भूमि पर ठेकेदार द्वारा पक्का निर्माण कर लिया गया है ओर टपो की आड़ में अतिक्रमण का वोला है।
यदि नगर बरेली में देखा जाये तो सड़कों गलियों में अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया गया है।
शासकीय आवासों में बर्षो से रह रहें अनधिकृत व्यक्ति
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने जारी किये नोटिस
पीडब्ल्यूडी कार्यपालन अभियंता ने भी तत्काल रिक्त करने के दिये आदेश।
बरेली–नगर बरेली के शासकीय आवासों एवं शासकीय भूमियों पर अवैध निर्माण एवं कब्जे का कारोबार खूब फल-फूल रहा है।
अपनी-अपनी ढपली , अपना-अपना राग वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।बारना कलोनी बाड़ी हो या बरेली, शासकीय स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग के आवास हो सभी में नेताओं का सरक्षणअधिकारियों की मिलीभगत से रिटायर्ड हो चुके कर्मचारी एवं उनके रिश्तेदार अनधिकृत रूप से बर्षो से शासकीय आवास में निवास कर रहे हैं। न तो पीडब्ल्यूडी अधिकारी ओर न ही सम्बन्धित विभागो के अधिकारियों ने आपत्ति उठाने की जुर्रत की।
लेकिन जैसे ही एसडीएम संतोष मुद्गल जी के संज्ञान में यह आवास मामला आया तो उन्होंने ऐसे सभी अनधिकृत व्यक्तियों को नोटिस जारी कर सात दिन के अन्दर खाली करने के निर्देश जारी करते हुए लिखा कि यदि खाली नहीं करते हैं तो कार्यवाही की जायेगी।
आपको वता दे कि रीतेश चौरसिया संविदा डाटा एंट्री ऑपरेटर सिविल अस्पताल बरेली को रईसुद्दीन चालक द्वारा रिक्त शासकीय एच टाईप आवासगृह अस्थाई तौर पर आवंटित किया गया था।जबकि चौरसिया का निजी मकान बरेली नगर में हैं फिर कैसे आवंटित किया गया।
चूंकि मप्र शासन गृहविभाग के द्वारा इनकी पदस्थापना सिविल अस्पताल बाड़ी में की गयी है। मुख्यालय से बाहर रहने के कारण आवास आवंटित करने की पात्रता नहीं है फिर भी यह अनधिकृत रूप से निवास कर रहे हैं।
ऐसे ही महेंद्र कुमार साहू का बरेली में निजी मकान होने के वावजूद पिपरिया रोड पर बारना कालोनी के शासकीय आवास एच टाईप में न अनधिकृत रूप से निवास कर रहें हैं।ऐसे एक नहीं अनेकों उदाहरण है स्वास्थ्य विभाग के आवास पार्क के पीछे रिटायर्ड हो गये कर्मचारियो के निजी मकान होने के वाद भी खाली करने का नाम नहीं ले रहे हे क्योंकि अधिकारियों से सांठगांठ कर कब्जा जमाये हुए हैं।
यही हाल सब्जी वाजार में वने शासकीय आवास में एडीआई आफिस छोटी मस्जिद के पीछे कर्मचारी रह रहे हैं अनेक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने पक्के निर्माण तक कर डालें है पुरानी कन्याशाला सब्जी वाजार में पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी की मृत्यु होने के वाद भी उसी आवास में पक्का निर्माण कर बर्षो से रह रहे हैं । वहीं राम लाल साहू टाकीज के पीछे शासकीय कुआं को नष्ट कर अवैध रूप से परिषद की भूमि पर ठेकेदार द्वारा पक्का निर्माण कर लिया गया है ओर टपो की आड़ में अतिक्रमण का वोला है।यदि नगर बरेली में देखा जाये तो सड़कों गलियों में अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया गया है।