भिंड। देहात थाना पुलिस ने मंगलवार को पांच दिन 10 जनवरी को हुई हलवाई की हत्या का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने गार्डन संचालक और चौकीदार को गिरफ्तार किया है।
आरोपित चौकीदार ने बताया कि शराब के नशे में हलवाई कमरे से बार-बार अंदर-बाहर हो रहा था, जब उसने लेटने के लिए कहा ताे वह अपशब्द कहने लगा लगा। चौकीदार ने हलवाई काे धक्का दे दिया। इससे हलवाई का सिर दीवार से जा लगा। जिससे उसकी मौत हो गई। दूसरे दिन चौकीदार ने रात में गार्डन संचालक के साथ हलवाई का शव कार में डाला और नहर किनारे फेंक आया।
बता दें, कि 10 जनवरी को विरधनपुरा नहर के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव खून से लथपथ पड़ा मिला था। पुलिस ने शव की शिनाख्ती कराई तो पहचान 45 वर्षीय बसंत उर्फ पुच्ची जैन के रूप में हुई। चूंकि मृतक के सिर पर चोट और सड़क किनारे शव मिलने से स्वजन सड़क दुर्घटना मानकर चल रहे थे, उनके द्वारा किसी पर कोई शंका होना नहीं बताया गया। लेकिन पुलिस ने शव व घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया तो हत्या का शक हुआ।
टीआइ प्रदीप सोनी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से लेकर हाइवे तक लगे करीब 35 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए। एक जगह एक कार रात में विरधनपुरा की तरफ जाते हुई दिखाई दी। पुलिस ने कार नंबर के आधार पर पुलिस आर्यनगर निवासी रामबरन नरवरिया के पास पहुंची। पुलिस ने रामबरन से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका चौधरी मांगलिक भवन के नाम से गार्डन है। सुरक्षा के लिए रामवीर नरवरिया चौकीदार है। नौ जनवरी की सुबह गार्डन के कमरे में हलवाई का शव उसे मिला था।
ऐसे हुई थी हलवाई की हत्या
टीआइ सोनी के मुताबिक चौकीदार रामवीर नरवरिया ने बताया कि मृतक बसंत उर्फ पुच्ची जैन हलवाई का काम करता था। जो पिछले दो दिनों से चौधरी मांगलिक भवन में रुका था। पुच्ची जैन की शादी नहीं हुई थी जिस कारण वह अपने घर कम जाता था। हलवाई का काम करके वहीं खाना खाकर सो जाता था। आठ-नौ जनवरी की रात पुच्ची जैन चौकीदार के साथ सो गया था। रात में मृतक बार-बार कमरे के अंदर-बाहर जा रहा था।
चौकीदार ने उसे एक जगह लेटने के लिए कहा तो वह गालियां देने लगा। जिससे तंग आकर चौकीदार ने पुच्ची जैन का सिर दीवार में मार दिया और वह सो गया। सुबह देखा तो पुच्ची जैन मृत अवस्था में मिला। चौकीदार ने घटना की जानकारी मांगलिक भवन के संचालक रामबरन को बताई। संचालक ग्वालियर में होने के कारण वह शाम को भिंड आया और रात में चौकीदार व संचालक पुच्ची जैन का शव कार में रखकर विरधनपुरा की नहर के किनारे फेंक आए।