केंद्र के दिल्ली अध्यादेश पर कांग्रेस के रुख पर संशय के बीच, आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बिहार की राजधानी पटना में विपक्ष की बैठक में राहुल गांधी से मतभेदों को भूलकर एक साथ आगे बढ़ने को कहा। ‘आप’ के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पार्टी के एक सूत्र ने कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल ने (अध्यादेश मामले पर) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बात की और कहा कि अगर कोई मुद्दा है, तो वे इसे चाय पर सुलझा सकते हैं।
शुक्रवार को विपक्ष की बैठक में केजरीवाल ने कहा कि मतभेद भुलाकर साथ मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है।” उसने कहा कि ‘आप’ ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की अगली बैठक में शामिल होगी या नहीं। उम्मीद है कि 10 या 12 जुलाई को शिमला में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में होने वाली विपक्षी दलों की एक और बैठक में कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
‘आप’ ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि विवादास्पद दिल्ली अध्यादेश मुद्दे पर कांग्रेस के साथ वाकयुद्ध के बाद इस पार्टी के साथ कोई भी गठबंधन करना बहुत मुश्किल होगा। ‘आप’ सूत्रों ने दावा किया कि बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि गांधी और केजरीवाल को दोपहर के भोजन के लिए एक साथ बैठना चाहिए ताकि सभी मुद्दों का समाधान हो सके। सूत्र ने कहा, ‘‘इसके जवाब में ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि कांग्रेस प्रवक्ताओं ने भी ‘आप’ के खिलाफ भ्रामक बयान दिए हैं।
उन्होंने कहा कि मतभेदों को भुलाकर एक साथ आने की जरूरत है।” सूत्र ने कहा कि राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि विवादास्पद दिल्ली अध्यादेश के बारे में चर्चा करने की एक प्रक्रिया है। सूत्र ने कहा, ‘‘केजरीवाल ने कांग्रेस से अगली बैठक के लिए समय बताने को कहा, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने कोई जवाब नहीं दिया। बैठक के दौरान मौजूद सभी शीर्ष विपक्षी नेताओं ने कांग्रेस से अध्यादेश पर अपना रुख स्पष्ट करने और चर्चा के लिए एक बैठक तय करने का आग्रह किया था।” ‘आप’ के सूत्र ने यह भी कहा कि केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी हमेशा सही मामलों में कांग्रेस के साथ खड़ी रही है।
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