– कैसे होगें क्षेत्र व शहर शिक्षित, गाँव की गलियारों की तरह बन रहा सीएम राइज स्कूल
विनोद साहू बाड़ी रायसेन
मध्यप्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रांतिकारी कदम उठाते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सीएम राइज स्कूल की परिकल्पना को साकार करते हुए हमारे शहर को भी सीएम राइज की सौंगात दी इसमें पहली से लेकर 12वीं तक के बच्चों के लिए बस व होस्टल की सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी ।
स्थानीय प्रशासन व अतिक्रमणकारियों के संबध कृष्ण सुदामा से भी अधिक गहरे ।
बैसे तो बाड़ी शहर किसी पहचान का मोहताज नहीं राजनीतिक दृष्टि से यह शहर कभी दिल्ली तक में नाम गूँजता था , यहाँ से अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज शिवराज सिंह चौहान साँसद रहे और बड़े पटवा की कर्मभूमि रही । बड़े पटवा जी ने पाँव पाँव पूरी विधायक को नापा और इतनी गहरी पेठ बनाई की आज भी भोजपुर विधानसभा और विदिशा लोकसभा सीट पर जनता महज कमल के फूल को पहचानती हैं उम्मीदवार कोन हैं इससे उसे कोई सरोकार नहीं लिहाजा आज भी भाजपा बगैर धन खर्च किए जीतती आ रही हैं । नतीजतन स्थानीय नेताओं ने जहां शासकीय भूमि देखी बहाँ अपने महल खड़ा कर लिए।
नहीं हटा अतिक्रमण सरकार ने किया अतिक्रमणकारियों से गुप्त समझौता।
वर्तमान में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की निजी भूमि 7.48 एकड़ भूमि खसरा खतोनी में दर्ज हैं और फिलहाल उसके पास महज तीन एकड़ से भी कम भूमि बची हैं । सीएम राइज का जो नक्शा निकलकर बाहर आया उसमें सरकार ने ठेकेदार को अतिक्रमित भूमि को छोड़कर नक्शा दिया जिसका टेंडर भोपाल की फर्म भाषा एसोसिएट गोविंद पुरा को मिला और शायद साल के अंत तक काम भी शुरु हो जायेगा । अब सबाल उठता ह़ै कि शहर के राजनीतिक कर्णधारों ने अपना हित साधने में शहर में कोई ऐसी सौंगात नहीं दिलवा पाये जिससे शहर का नाम रोशन हो पाता । स्वर्गीय बड़े पटवा जी ने 90 के दशक में इसी उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर खेल स्टेडियम की घोषणा की लेकिन स्थानीय नेताओं की उदासीनता के चलते यह भी महज घोषणा भर गई। अब यह सीएम राइज भी अतिक्रमणकारियों के कद के सामने बौना नजर आ रहा हैं । ऐसे में यह स्कूल भी क्षेत्र की जनता के सामने छलावा के अलावा कुछ नहीं हैं ।